महंगे प्याज के लिए तैयार रहें, 100 रुपये प्रति किलो पार हो सकती है कीमत थोक दामों में आई तेजी
महंगे प्याज के लिए तैयार रहें, 100 रुपये प्रति किलो पार हो सकती है कीमत थोक दामों में आई तेजी
प्रयागराज प्याज की कीमत ने रुलाना शुरू कर दिया है। आने वाले समय में यह और रुला सकती है। खुदरा बाजार में अच्छी क्वालिटी वाली प्याज 80 रुपये प्रति किलो को पार कर गई है। वहीं सामान्य प्याज भी 60 से 80 रुपये प्रति किलो के बीच है। जानकारों के मुताबिक आने वाले समय में प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो को पार कर सकती है।प्याज की कीमत आने वाले दिनों में रुला सकती है। सरकार की ओर से प्याज से निर्यात शुल्क कम कर देने के बाद थोक बाजार में इसकी आवक कम रह गई है। किसान अब प्याज को विदेशों में बेच रहे हैं। जानकारों के मुताबिक प्याज की कीमत 100 रुपये प्रति किलो को पार कर सकती है। हालांकि खुदरा बाजार में अभी भी प्याज 60 रुपये प्रति किलो से 80 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। कुछ दिनों पहले ही सरकार ने प्याज से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस सीमाओं को हटा दिया था। सरकार का कहना है कि इस कदम से देश से निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही प्याज निर्यात करने से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। हालांकि इससे घरेलू बाजार में प्याज की कीमत में तेजी दिखनी शुरू हो गई है।सरकार ने हाल ही में प्याज से निर्यात शुल्क 20 फीसदी घटा दिया। इसकी वजह से सब्जी मंडी में प्याज के थोक दाम बढ़ गए हैं। दावा है कि आने वाले दिनों में प्याज का रेट और बढ़ सकता है। दिल्ली की गाजीपुर, ओखला और आजादपुर सब्जी मंडी समेत सभी सब्जी मंडियों में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक से प्याज की सप्लाई होती है। प्याज कारोबारी फैसल रजा बताते हैं कि तीन दिन पहले मंडी में प्याज का थोक दाम 35 से 45 रूपये प्रति किलो था। लेकिन सरकार की ओर से प्याज निर्यात शुल्क 20 फीसदी घटा दिया गया। इसकी वजह से मंडी में प्याज के थोक रेट में प्रति किलो 5 रुपये की बढ़ोतरी हो गई।फैसल रजा ने बताया कि प्याज का रेट थोक में 50 रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। आने वाले दिनों में प्याज के रेट में और उछाल आ सकता है। फैसल रजा के मुताबिक, नई फसल आने में अभी टाइम लगेगा। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से ही अभी प्याज की सप्लाई हो रही है। राजस्थान में स्टॉक लगभग खत्म हो चुका है जिससे मंडी में कम प्याज आ रही है। वहीं फैसल रजा कारोबारी ने बताया की खुदरा मार्केट में प्याज का दाम 80 रुपये से अधिक है। आशंका है कि आने वाले दिनों में प्याज का दाम 100 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा छू सकता है।
मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस की सीमा हटाना सरकार ने हाल ही में प्याज से मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस की सीमा को हटा दिया है। अभी तक प्याज पर मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस 550 डॉलर प्रति टन तय किया गया था। लेकिन विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इसे तत्काल प्रभाव से और अगले आदेश तक हटा दिया है। इससे किसान ज्यादा और अच्छी क्वॉलिटी वाली प्याज विदेशों में ऊंची कीमत पर सप्लाई कर सकेंगे। प्याज का खुलकर एक्सपोर्ट करने के बाद देश में प्याज की कमी हो सकती है। इससे प्याज की कीमत में तेजी आएगी।अभी प्याज की नई फसल आने में करीब दो महीने का समय लगेगा। ऐसे में मंडियों में नई प्याज अभी नहीं आएगी। जो स्टॉक है, किसान उसी प्याज का एक्सपोर्ट करेंगे। नई प्याज न आने से भी प्याज की आवक कम होगी। ऐसे में मंडियों से प्याज कम हो सकती है। प्याज कम होने और मांग बढ़ने पर इसकी कीमत में इजाफा देखा जा सकता है।