फेसबुक से हुई दोस्ती ने ,लड़की को पहुचाया फांसी तक, लड़की को फाँसी की सजा से बचाने के लिए उतरे राजनीतिक दल,व समाजसेवी संस्थाएं
फेसबुक से हुई दोस्ती ने ,लड़की को पहुचाया फांसी तक, लड़की को फाँसी की सजा से बचाने के लिए उतरे राजनीतिक दल,व समाजसेवी संस्थाएं
फेसबुक से हुई दोस्ती ने ,लड़की को पहुचाया दुबई, लड़की को मिली फाँसी की सजा
लड़की को फाँसी की सजा से बचाने के लिए उतरे राजनीतिक दल,व समाजसेवी संस्थाएं
बांदा रोटी बैंक सोसाइटी के द्वारा राष्ट्रपति महोदय को जिलाधिकारी बांदा के माध्यम से दुबई में फांसी की सजा की आरोपी लडक़ी के लिए ज्ञापन दिया
ओर मांग की कि रोटी बैंक सोसाइटी की सदस्य शहजादी खांन को भारत सरकार उचित न्यायिक जांच कराकर वास्तविक दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करते हुये न्याय दिलाने की कृपा करें
वही जिला कांग्रेस पार्टी ने भी महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर शहजादी को न्याय दिलाने की मांग की।
इसके अलावा जनता दल यूनाइटेड से शालिनी पटेल ने भी इस घटना में शामिल मुल्जिमों को गिरफ्तार करने की मांग की।
मामला एक ऐसी लड़की का है जो सोशल मीडिया के द्वारा एक युबक उजैर के संपर्क में आती है और उस युवक से उसकी दोस्ती हो जाती है दोस्ती धीरे-धीरे इतनी गहरी हो जाती है विश्वास का रिश्ता कायम हो जाता लड़का लड़की को इलाज कराने के बहाने और फिर अच्छी नौकरी दिलाने की बात कर कर उसको आगरा बुलाता है आगरा से लड़की को भेजता है दुबई , जहाँ उसको हत्या के आरोप में फाँसी की सजा सुना दी जाती है।
पूरा मामला ये है कि जनपद बाँदा के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली दिव्यांग लड़की शहज़ादी का फेसबुक के माध्यम से आगरा में रहने बाले एक शख्स उजैर उर्फ पन्ना चौधरी से दोस्ती हो जाती है ,दोस्ती इतनी गहरी हो जाती है कि लड़की शहजादी व उसके घर वाले उस पर विस्बास करने लगते है उसी विस्वास का फायदा उजैर उठाता है और शहजादी को उसके इलाज ओर एक अच्छी नोकरी दिलवाने के लिए आगरा बुलाता है ,शहजादी जिसका बचपन मे आग से जल जाने से चेहरा झुलस जाता है लेकिन पैसे के अभाव की बजह से उसकी प्लास्टिक सर्जरी उसके परिवार बाले नही कर पाते ।
आर्थिक दिक्कतों की बजह से बह उस लड़के उजैर उर्फ पन्ना चौधरी के बहकावे में आ जाती है और फिर वह बाँदा से आगरा आ जाती है ,आगरा से उजैर अपने बुआ,फूफा के यहाँ दुबई भेज देता है कि दुबई में तुम्हारा अच्छा इलाज हो जाएगा साथ ही मेने बुआ फूफा से तुम्हारी नोकरी के लिए भी बात कर ली है शहजादी भविष्य की उम्मीदों को दिल मे संजोय दुबई आ जाती है लेकिन होता कुछ और है शहजादी के पिता के मुताबिक उजैर के बुआ फूफा के बच्चे की इलाज के कारण उसकी मृत्यु हो जाती है लेकिन बच्चे की हत्या का आरोप उसके माता पिता उनके घर रह रही शहजादी पर लगा देतें हैं ओर इंग्लिस व अरबी भासा में लिखे डॉक्युमेंट में दवाब बनाकर साइन करा लेते है शहजादी के पिता शब्बीर खान ने कहा कि उनकी बेटी कम पढ़ी लिखी है और उसको न इंग्लिस आती है और न ही अरबी ,मेरी बेटी को गुमराहकर उसको फसाया गया है।
सब्बीर खान ने भारत सरकार से मांग की है कि दुबई सरकार से बातकर उनकी बेटी को न्याय दिलाये। हालांकि जानकारी के अनुसार दोषियों के खिलाफ fir दर्ज हो गई गई और पुलिस बिबेचना में लगी है
शहजादी को न्याय दिलाने के लिए अब राजनीतिक दल व समाज सेवी संस्थाएं भी आगे आ रही है ,अब देखना होगा कि ये प्रयास शहजादी की फांसी रुकवाने में मददगार हो तथा शहजादी सकुसल भारत आ सके।
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रिपोर्ट दिलीप जैन बीरेंद्र गुप्ता