रामचरितमानस जलाए जाने के पीछे अखिलेश यादव का पूरा समर्थन- ऋचा सिंह
संगम नगरी के इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पहली छात्र संघ महिला अध्यक्ष बनी ऋचा सिंह अब साइकिल से उतरकर कमल पकड़ लिया है।बीते दिनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा का दामन पकड़ा है वही ऋचा सिंह अब भाजपा में शामिल होने के बाद पहली बार प्रयागराज पहुंची और उन्होंने मीडिया से बात करते हुए समाजवादी पर हमला बोला है और कई गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही उन्होंने कहा पीडीए का मतलब है पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक नहीं पीडीए मतलब परिवार देखो अपना है। तो साथ ही ऋचा ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए कहा लखनऊ में रामचरितमानस जलाए जाने के पीछे अखिलेश यादव का पूरा समर्थन था।
बता दे वर्ष 2015 में समाजवादी पार्टी (सपा) के समर्थन से वश्विवद्यिालय छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर चुनी गयी थी।वर्ष 2016 में औपचारिक रूप से सपा में शामिल हुई थी। पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 और 2022 में उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी थी।उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के 2023 में रामचरितमानस की चौपाई पर विवादित टप्पिणी करने के विरोध में ऋचा सिंह ने अपनी आवाज बुलंद किया था जिसके परिणामस्वरूप उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था।
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रिपोर्ट एल एन सिंह