November 7, 2024

विश्व हिंदी दिवस पर नारी गुरुकुल का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व सांस्कृतिक कार्यक्रम से स्नेहमयी कर्ण प्रिय हिंदी जो स्वतः मुखरित अभिनंदनीय है का हुआ स्वागत एवं अभिनंदन हुआ

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विश्व हिंदी दिवस पर नारी गुरुकुल का अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व सांस्कृतिक कार्यक्रम से स्नेहमयी कर्ण प्रिय हिंदी जो स्वतः मुखरित अभिनंदनीय है का हुआ स्वागत एवं अभिनंदन हुआ

नारी गुरुकुल प्रयागराज एवं शहर समाता विचार मंच के संयुक्त तत्वावधान में विश्व हिंदी दिवस पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम से स्नेहमयी कर्ण प्रिय हिंदी जो स्वतः मुखरित व अभिनंदित है का अभिनंदन कार्यक्रम संपन्न हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन पूर्व महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नंदी, अनिल कुमार गुप्ता ,श्याम सुंदर सिंह पटेल ,विमला व्यास ,विभा मिश्रा, रंजना गुलाटी पुष्पा श्रीवास्तव आदि के कर कमलों से हुआ तत्पश्चात सरस्वती वंदना व गणेश वंदना बच्चों ने किया तथा स्वागत गीत नृत्य के साथ डॉक्टर आकांक्षा पाल के निर्देशन पर सीएमपी डिग्री कॉलेज की छात्राओं ने प्रस्तुत किया तथा कुमारी वंशिका रावत ने जय जय हे महिषासुर नंदिनी गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर सभी से तालियां बटोरी इसी क्रम में श्रीमती सरोज ढींगरा के निर्देशन पर नमामि बुद्ध ,बुद्धम शरणम गच्छामि पर आधारित कई गीत व कथक नृत्य की सुंदर प्रस्तुतियां कई बच्चो ने सामूहिक रूप से किया जिस पर लोगों ने खूब तालियां बजाई वाह वाही लूटी तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत अभिनंदन के साथ डॉक्टर स्नेह सुधा द्वारा रचित प्रणय गीत कविता संग्रह का विमोचन हुआ साथ ही डॉक्टर विभा श्री की पुस्तक विभांजलि (आईना जिंदगी का) का भी विमोचन मंच से हुआ इस अवसर पर मुख्य अतिथि सांसद श्रीमती केशरी देवी पटेल ने अपनी शुभकामनाओं के साथ हिंदी को जन-जन की भाषा बनाने व अपनाने का संदेश दिया
मुख्य विशिष्ट अतिथि पूर्व महापौर श्रीमती अभिलाषा गुप्ता नंदी ने कहा की सांस्कृतिक कार्यक्रमो व कवियों की रचना प्रस्तुति ही हिंदी का अभिनंदन प्रवाह है जो हृदय को प्रफुल्लित कर लोगों को अपनी बोलचाल की भाषा बनाने में गर्व होता है व लोग कहते हैं हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा यही हमारी भारतीय संस्कृति है और पहचान है कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए आयोजकों को धन्यवाद किया व अपनी शुभकामनाएं दिया इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के प्रतिभागी लगभग सौ से अधिक बच्चों को सम्मान पत्र व मेडल से सम्मानित किया गया साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों व साहित्य साधना हेतु महीयसी महादेवी वर्मा साहित्य शिखर स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्रम से सम्मानित किया गया
कवि सम्मेलन में कवित्री जय मोहन ने मायके प्रीत कभी मन से नहीं हटती….., उमेश श्रीवास्तव ने हिंदी में बिंदी का महत्व….., प्रभात वर्मा संपादक बिहार पटना से पधारे और अपनी रचना पढ़ी दैनिक दस्तक प्रभात…., ओंकार शर्मा कश्यप ने भारत की सरहद को छूकर विश्व विजेता हार गया…., डॉ आभा त्रिपाठी ने शब्द अंगुलिमाल….., विवेक सत्यांसु ने किताबें पढ़ते वक्त मुझे लगा की किताब पढ़ना भी घूमने या प्रेम करने के अनुभव जैसा ही है…., डॉक्टर शैलेंद्र कुमार प्रसून ने मेरे भी स्वप्न में भी लंका है तो सिंहासन मुझमें भी है मैं कलि काल में हूं तो क्या थोड़ा रावण मुझ में भी है…….
नीलम प्रसाद ने गीत सोहर श्री रामचंद्र जी पर कहवा जनमत श्री राम नीलम…. आदि रचनाओं से कवियों ने लोगों को गुदगुदाया हसाया आनंदित किया तथा ढेर सारी तालियां बटोरी व वाहवाही लूटी जिसकी सभी ने प्रशंसा किया
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर स्नेह सुधा अध्यक्ष नारी गुरुकुल प्रयागराज व संचालन श्रीमती सानू केशरवानी ने किया अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर स्नेह सुधा ने किया इस अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने में शामिल प्रमुख लोगों में डॉक्टर स्नेह सुधा, श्याम सुंदर सिंह पटेल,डॉक्टर आकांक्षा पाल ,डॉक्टर संध्या सिंह ,कुमारी शिवा त्रिपाठी, डॉक्टर कामिनी श्रीवास्तव सची रानी ,डॉक्टर मंजुला विश्वकर्मा ,नेहा, कंचन ,अमित श्रीवास्तव ,मधु अस्थाना ,गौरी ओझा रश्मि मिश्रा, उमेश श्रीवास्तव ,आशुतोष श्रीवास्तव,रचना सक्सेना ,मीना, साबिया बानो आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे

 

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