तिहाड़ जेल के जेलर बाड़ीबिल्डर दीपक शर्मा द्वारा हाथो में असलहा लेकर बर्थडे पार्टी में ‘खलनायक’ बनना पड़ा भारी हुवे सस्पेंड
तिहाड़ जेल के जेलर बाड़ीबिल्डर दीपक शर्मा द्वारा हाथो में असलहा लेकर बर्थडे पार्टी में ‘खलनायक’ बनना पड़ा भारी हुवे सस्पेंड
दिल्ली तिहाड़ जेल के बॉडीबिल्डर जेलर दीपक शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। सोशल मीडिया पर शर्मा का एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद डीजी सतीश गोलचा ने ये आदेश जारी किया है। क्योंकि दीपक शर्मा का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें वो हथियार लहराते साफ नजर आ रहा था।दरअसल बॉडीबिल्डिंग के शौकीन दीपक शर्मा ने कुछ ही दिन पहले एक बर्थडे पार्टी में दबंगई के साथ पिस्टल लहरा कर फिल्मी स्टाइल में डांस किया था। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।इस पार्टी में गए जेलर दीपक शर्मा कानून हाथ में लेकर पिस्टल लहराते हुए फिल्म खलनायक के एक गाने पर अपने दोस्तों के साथ डांस कर रहे थे।। गाने के बोल थे- ‘नायक नहीं..खलनायक हूं मैं..’। बस इसी बात पर अब दिल्ली पुलिस ने जेलर दीपक शर्मा के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।जेलर दीपक शर्मा के प्रोफाइल से पता चलता है कि वो बॉडी बिल्डिंग का शौक रखते हैं और मंडोली जेल के पास ही रहते हैं। ये भी आरोप है कि जेलर दीपक शर्मा के कई असामाजिक तत्वों के साथ संबंध हैं। हाल ही में जेलर ने आरोप लगाया था कि एक महिला ने उनसे 50 लाख रुपए ठग लिए। इसके अलावा जेलर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वो जेल की कहानियां सुनाने में भी माहिर कहे जाते हैं। कई मीडिया हाउस उन्हें बतौर गेस्ट भी बुला चुके हैं। ऐसे में अब उनकी एक और हकीकत सामने आने से उनके काम के तौर तरीकों पर सवाल खड़े हो गए हैं। तिहाड़ जेल ने भी इस प्रकरण की जांच शुरू कर दी है। साथ-साथ दिल्ली पुलिस भी बर्थडे पार्टी में हथियार लहराने के मामले की जांच कर रही है। सूत्रों का कहना है कि तिहाड़ जेल प्रशासन को जेलर दीपक शर्मा के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें मिली हैं।
इस मामले में दिल्ली पुलिस के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी के मुताबिक, पुलिस ने उसके हथियार का लाइसेंस रद्द करने के लिये संबंधित विभाग को चिट्ठी लिख दी है। दूसरी ओर तिहाड़ जेल प्रशासन भी बॉडी बिल्डर जेलर की जांच शुरू कर चुका है। कहा जा रहा है कि दीपक शर्मा ने गुरुवार रात घोंडा से भाजपा की निगम पार्षद के पति की जन्मदिन पार्टी में डांस करते हुए पिस्टल लहराई। ये आयोजन सीमापुरी थाने के पास चल रहा था।इस बाबत तिहाड़ जेल के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि उन्हें दीपक शर्मा की तमाम कारस्तानियों के बारे में जानकारियां मिल रही हैं। दीपक शर्मा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं। अधिकारियों का कहना है कि ये जेल नियमों के खिलाफ है। किसी जिम्मेदार अधिकारी से अपनी लाइसेंसी पिस्टल लहरा कर पब्लिक स्पेस में ऐसी हरकत करने की अपेक्षा नहीं की जाती।ये कोई पहली मर्तबा नहीं है, जब दीपक शर्मा सुर्खियों में आए हों। मंडोली जेल में असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट दीपक शर्मा और डिप्टी सुपरिटेंडेंट जय सिंह पर कैदी सुकेश चंद्रशेखर की ओर से भी तमाम आरोप लगाए जा चुके हैं। सुकेश ने आरोप लगाते हुए कहा था कि ‘दीपक शर्मा फिल्मों में काम करना चाहते हैं। उन्हें बॉलीवुड में मेरे संपर्कों के बारे में पता था इसलिये ये काम वो मेरे जरिये करवाने के लिए मुझ पर दबाव डालते रहते हैं। यहां तक कि उन्होंने बॉडी बिल्डिंग के लिए मुझसे 30 लाख रुपए लिए हैं। इतना ही नहीं दोनों ने मुझसे करीब 5 लाख रुपए प्रोटेक्शन मनी के तौर पर भी लिए। दीपक शर्मा के खिलाफ कई और कैदियों ने भी कई शिकायतें की हैं। मेरी मांग है कि दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ एंटी-करप्शन ब्यूरो जांच करे।’ सुकेश का कहना था कि जेल के अंदर की फुटेज इन दोनों अधिकारियों ने लीक की थी।सुकेश चंद्रशेखर ने दीपक शर्मा और जय सिंह पर उसे धमकाने और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। सुकेश ने आरोप लगाया कि दीपक शर्मा और जय सिंह ने उसे धमकी देकर EOW के सामने दिये गए बयान वापस लेने को कहा था। सुकेश ने ये भी आरोप लगाया कि दीपक शर्मा और जय सिंह ने रेड के अगले दिन उसे बुलाकर धमकी दी और कहा कि जैसे उसने सत्येंद्र जैन को एक्सपोज़ किया है वैसे ही उसे भी कर सकता है।