कलाकारों ने दीवारी, पाई डंडा नृत्य की दी प्रस्तुति, 8 नवंबर को होगा मेले का समापन
कलाकारों ने दीवारी, पाई डंडा नृत्य की दी प्रस्तुति, 8 नवंबर को होगा मेले का समापन
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित दीपावली शिल्प मेले में सोमवार को पांवों में घुंघरू और हाथों में डण्डे एवं ढोलक की तान पर कदमताल करते पांव यह दृश्य मुक्ताकाशी मंच पर देखने को मिला।
महोबा से आए अखिलेश यादव एवं दल द्वारा पाई डंडा और दीवारी नृत्य प्रस्तुत दी गई, जिसको देखकर दर्शक कायल हो उठे। लोकगीत गायिका नीलम शर्मा ने देवी गीत मइया कइले रतन श्रृंगार, सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आए हैं की शानदार प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मन मोह लिया। रामरथ पाण्डेय एवं साथी कलाकारों ने भारत चिड़िया है सोने कय ना माटी के मोल को वीर रस में पिरों कर आल्हा की प्रस्तुति दी। अशोक त्रिपाठी ने नटवरी नृत्य पेश कर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी। राजस्थान का प्रसिद्ध लोकनृत्य चरी, चकरी एवं घूमर का प्रदर्शन रूप सिंह एवं दल ने किया। देर शाम तक पंडाल दर्शकों की भीड़ से खचाखच भरा रहा। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती उष्मा वर्मा ने किया। इस अवसर पर केंद्र के अधिकारी, कर्मचारी सहित काफी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।
बुधवार को होगा मेले समापन – दीपावली शिल्प अपने समापन की ओर बढ़ रहा है । प्रयागवासी खरीददारी के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के सतरंगी छटा एवं शिल्प और स्वाद का का प्रतिदिन लुफ्त उठा रहे हैं। पंजाब की फुलकारी, लखनऊ की चिकनकारी, हैण्डलूम, राजस्थान की ज्वैलरी महिलाओं को खूब पसंद आ रहे हैं।