मन लागो मेरो यार फकीरी में, दाग कहा से लागल, कठपुतली नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र
मन लागो मेरो यार फकीरी में, दाग कहा से लागल, कठपुतली नृत्य रहा आकर्षण का केंद्र
प्रयागराज। अपने पारंपरिक परिधान घाघरा, पैजामा, पगड़ी के साथ, मजीरा, कमर मे बधीं घंटियां आकर्षण और कौतूहल के साथ- गाजीपुर से पधारे संजय कुमार एवं दल ने धोबिया नृत्य एवं आशा देवी एवं दल ने झूमर नृत्य के पारंपरिक स्वरुप को प्रस्तुत कर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
शिव नारायण श्रीवास्तव ने कठपुतली नृत्य की प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही बटोरी।
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित 13 दिवसीय दीपावली के नौवें दिन यानी शनिवार को स्थानीय कलाकारों के साथ बाहर से आए कलाकारों ने अपने प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। कार्यक्रम की शुरूआत विभा विश्वास एवं दल ने सुगम संगीत से किया उन्होंने “लक्ष्मी पूजन चली मैं आज जलाओ घर घर दीयना”, “आई दिवाली है आई दिवाली आया है त्योहार की” शानदार प्रस्तुति दी। इसके बाद सूफी गायक विवेक विशाल ने “हंसा ये पिंजरा नही तेरा से किया और राग मिश्र झिंझोटी पर आधारित एक निर्गुण प्रस्तुत किया “मन लागो मेरो यार फकीरी में गाकर”, श्रोताओं के बीच कबीर के पदों को जीवंत कर दिया । इस मौके पर केन्द्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा व केंद्र के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।