न्यू कोविड XEC वेरिएन्ट यूरोप में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना का सब वेरिएंट
न्यू कोविड XEC वेरिएन्ट यूरोप में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना का सब वेरिएंट
नई दिल्ली। न्यू कोविड XEC वेरिएन्ट सघन वैक्सीनेशन और एहतियात के बावजूद कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अब भी बना हुआ है। दुनिया के किस कोने में कब इसका कौन सा वेरिएंट सिर उठा ले, कहा नहीं जा सकता। चीन से निकले इस जिद्दी वायरस का एक नया वेरिएंट इन दिनों यूरोप को डरा रहा है। यूरोप में तेजी से फैल रहे कोविड के XEC वेरिएन्ट की पहचान इसी साल जून के महीने में जर्मनी में हुई थी।सीडीसी के अनुसार, XEC वेरिएंट के केस यूरोप, उत्तरी अमेरिका में रिपोर्ट किए गए हैं। एक्सईसी वेरिएंट के केस पौलैंड, नॉर्वे, लक्ज़मबर्ग, यूक्रेन, पुर्तगाल, अमेरिका और चीन सहित 27 देशों में आ चुके हैं। सबसे ज्यादा मामले यूरोपीय देशों में दर्ज किए जा रहे हैं। इस वेरिएंट में लगातार म्यूटेशन हो रहा है और आने वाले दिनों में केस बढ़ने की आशंका है।
यह स्ट्रेन ओमिक्रॉन के दो सब-वैरिएंट्स KS.1.1 और KP.3.3 का मिला हुआ रूप है। KS.1.1 एक FLiRT वैरिएंट है जो दुनिया भर में विभिन्न क्षेत्रों में कोविड के बढ़ते मामलों का जिम्मेदार माना जाता है। KP.3.3 FLuQE वेरिएंट का एक प्रकार है, जिसमें अमीनो एसिड ग्लूटामिन में ग्लूटामिक एसिड में म्यूटेट होता है। आसान भाषा में समझें, तो यह वायरस अपने पहले से मौजूद रूपों से थोड़ा बदला हुआ है और वैज्ञानिकों का मानना है कि यह शरीर की कोशिकाओं को काफी नुकसान पहुंचा सकता है और बीमारी के तेजी से फैलने का बड़ा कारण भी बन सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसने पुराने वेरिएंट FliRT स्ट्रेन को भी पीछे छोड़ दिया है।ओमिक्रॉन वेरिएंट के दो सब-वैरिएंट्स KS.1.1 और KP.3.3, का मिला हुआ रूप है। ये दोनों सब-वेरिएंट्स पहले से ही दुनिया भर में फैल चुके हैं। इनके संयोजन ने एक नए वेरिएंट को जन्म दिया जो ज्यादा संक्रामक और घातक साबित हो सकता है। कोविड के XEC वेरिएंट के खतरे अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं लेकिन कुछ वैज्ञानिक कुछ बातों को लेकर चिंता जरूर जता रहे हैं। जैसे XEC वेरिएंट पहले से मौजूद ओमिक्रॉन और सब-वेरिएंट्स से ज्यादा संक्रामक हो सकता है जिससे इसके तेजी से फैलने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा XEC वेरिएंट की गंभीरता के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है लेकिन मुमकिन है कि यह कुछ लोगों के लिए गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इसके साथ-साथ यह भी संभव है कि जो ज्यादा संक्रामक और घातक साबित हो सकता है। मौजूदा कोविड-19 वैक्सीनों के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर ले।तेज बुखार, खांसी, थकान, शरीर में दर्द।भीड़ वाले इलाकों में मास्क लगाकर जाएं, किसी व्यक्ति में फ्लू के लक्षण हैं तो उससे दूरी बनाकर रखें, हाथ धोकर भोजन करें, खानपान का ध्यान रखें।