October 14, 2024

फतेहपुर डीएम रविंद्र सिंह कौन हैं ! जिनके तेवर से अधिकारियों के छूटते हैं पसीने, पत्नी भी हैं लेडी सिंघम

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फतेहपुर डीएम रविंद्र सिंह कौन हैं ! जिनके तेवर से अधिकारियों के छूटते हैं पसीने, पत्नी भी हैं लेडी सिंघम

उत्तर प्रदेश में देर रात कई आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर के साथ कई जिलों के डीएम का भी स्थानांतरण कर दिया गया. शामली जनपद के जिलाधिकारी रहे रविंद्र सिंह को फतेहपुर जनपद का नया डीएम बनाया गया है. आइए जानते हैं कौन हैं फतेहपुर डीएम रविंद्र सिंह कौन हैं ! जिनके तेवर से अधिकारियों के छूटते हैं पसीने, पत्नी भी हैं लेडी सिंघम फतेहपुर के नए डीएम रविंद्र सिंह जिनकी पत्नी दीक्षा शर्मा से कांपते हैं यूपी में आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर के दौरान फतेहपुर और शामली के जिलाधिकारी भी बदल दिए गए. सी इंदुमति को विशेष सचिव चीनी उद्योग तथा गन्ना विकास बनाकर मुख्यालय भेज दिया गया वहीं जिले की कमान रविंद्र सिंह को सौंप दी गई.रविंद्र की गिनती तेजतर्रार अधिकारी के रूप में की जाती रही है. शामली जनपद में उनका 18 महीने का कार्यकाल रहा है. रविंद्र सिंह की पत्नी डॉ दीक्षा शर्मा भी सूबे के हमीरपुर जनपद की पुलिस अधीक्षक हैं. उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी रविंद्र सिंह का जन्म 18 मार्च 1991 को राजस्थान के झुंझूनु जनपद में हुआ था. पढाई लिखाई में होशियार रविंद्र ने आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की पढ़ाई करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की और साल 2014 बैच के आईएएस अधिकारी बने.
जानकारी के मुताबिक उन्हें मणिपुर कैडर मिला. मणिपुर में सेवाएं देने के दौरान ही इनकी शादी यूपी कैडर 2017 बैच की आईपीएस डॉ. दीक्षा शर्मा से हो गई. केंद्र सरकार की गाइडलाइन के चलते रविंद्र को इंटर स्टेट ट्रांसफर मिल गया.यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी बनने के बाद उन्हें 16 जून 2020 को गौतमबुद्ध नगर में पहली ज्वाइनिंग मिली और यमुना अथॉरिटी का एसीईओ बना दिया गया. करीब 2 साल 8 माह अपर मुख्य कार्यपालक रहे रविंद्र सिंह को यूपी कैडर में बौतर डीएम शामली में पहला चार्ज मिला. जानकारी के मुताबिक 18 माह शामली में जिलाधिकारी रहे रविंद्र ने जिले में कई बेहतरीन काम किए जिसकी चर्चा शासन स्तर में भी होती जब तत्कालीन सीडीओ और डीडीओ की शासन से की थी शिकायत शामली में जिलाधिकारी रहे रविंद्र सिंह को किसी भी काम में लापरवाही पसंद नहीं थी. स्वास्थ्य शिक्षा एवं स्किल डवलपमेंट के साथ जिले के विकास में उनका फोकस रहा. लंबित मामलों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहते थे.इसी के चलते वो अधिकारियों को भी फटकार लगाते नहीं चूकते थे. लगातार लापरवाही के चलते उन्होंने तत्कालीन सीडीओ और डीडीओ की शासन स्तर पर शिकायत की थी जो जनपद में चर्चा का बिंदु रहा.रविंद्र सिंह की पत्नी दीक्षा शर्मा किसी लेडी सिंघम से कम नहीं हैं. कभी ऑपरेशन से मरीजों को ठीक करने वाली अब ऑपरेशन माफिया चला रही हैं.यूपी के हमीरपुर जनपद की बतौर पुलिस अधीक्षक दीक्षा हमेशा चर्चाओं में रही हैं. एमपी के ग्वालियर की रहने वाली 34 वर्षीय दीक्षा ने एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद दिल्ली के एक अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ रही.फिर यूपीएससी की पढ़ाई करते हुए पहले प्रयास में 2017 बैच की आईपीएस अधिकारी बनी. गाजियाबाद में नौकरी के दौरान 5 साल की बेटी से रेप और हत्या के मामले में आरोपी को 65 दिन में फांसी की सजा सुनाई गई थी तभी से डॉ दीक्षा शर्मा की चर्चा होने लगी थी. रविंद्र सिंह और दीक्षा शर्मा की जोड़ी सूबे में हमेशा चर्चाओं में रही.

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