जिले में बहने वाली बूढ़ी राप्ति नदी के कटान ने एक गांव के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा कर दिया
जिले में बहने वाली बूढ़ी राप्ति नदी के कटान ने एक गांव के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा कर दिया
जिले में बहने वाली बूढ़ी राप्ति नदी के कटान ने एक गांव के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा कर दिया है।
सिद्धार्थ नगर जिले में बहने वाली बूढी राप्ति के कटान ने एक गांव के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा कर दिया है। कटान इतनी तेज है कि कुछ ही दिनों में पूरा गांव नदी में समा सकता है । मामला नौगढ़ तहसील के कान्हे कुसुम गांव का है करीब 70 से 80 घर के साथ 400 की आबादी वाला कान्हे कुसुम गांव बूढी राप्ति नदी के तट पर बसा है अभी चंद दिन पहले यहां के ग्रामीण बाढ़ की विभिषिका को झेल रहे थे और और ऊपर वाले से नदी का जलस्तर कम होने की दुआएं कर रहे थे। नदी का जलस्तर तो कम हुआ लेकिन उनके सामने उससे बड़ी समस्या आकर खड़ी हो गई। जलस्तर घटने के साथ नदी ने कटान शुरू कर दिया और देखते-देखते 100 मीटर से ज्यादा कटान करके नदी उनके घर के दहलीज तक पहुंच गई। कटान से परेशान ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसी तरह से कटान होती रही तो कुछ ही दिनों में उनका घर और पूरा गांव नदी में समा जाएगा। ग्रामीणों ने प्रशासन से काटन की समस्या से छुटकारा दिलाने की गुहार लगाते हुए वहां पर ठोकर लगने की मांग की है।
खबर जगत के लिए सिद्धार्थ नगर से बजरंगी प्रसाद चौधरी की रिपोर्ट
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रिपोर्ट बजरंगी प्रसाद चौधरी