माहे ए मोहर्रम के चांद का दीदार हो गया है शान ए शौकत के साथ लल्लन नाई का आलम निकला
माहे ए मोहर्रम के चांद का दीदार हो गया है शान ए शौकत के साथ लल्लन नाई का आलम निकला
प्रयागराज मोहर्रम के चांद का दीदार होते ही सारा माहौल मातमी हो गया हर तरफ या अली या हुसैन के नारे लगने लगे रात को दोदीपुर लल्लन नई का आलम निकला गया ढोल ताशे पर मातमी धुन बजाया जा रहा था औरतें और बच्चे पहले से अपनी जगह बनाकर आलम का दीदार का इंतजार कर रहे थे बड़ी तादात में हुसैन के चाहने वालों का हुजूम था औरतें आलम पर फूल चढ़ा रही थी और मन्नत मांग रही थी आलम दोदीपुर नखास कोहना कोतवाली गढी सराय पत्थर गली होते हुए इमाम बाडे पर रखा गया आलम में शामिल मोहम्मद मोइन शाह सरफराज मेराज अहमद इरफान सिराज अहमद नायाब समीर उमर अली खान नदीम खान (मोहम्मद डाबर दरियाबाद मन्नती मेहंदी)मोहम्मद आमिर मोहम्मद अकरम पार्षद समाजसेवी पुलिस के नौजवान भारी संख्या में आलम के साथ चल रहे थे ।