सरकारी उपेक्षा के शिकार अन्तराष्ट्रीय कलाकार को श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा ने संग्रहालय बनाने की जगह दिया
सरकारी उपेक्षा के शिकार अन्तराष्ट्रीय कलाकार को श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा ने संग्रहालय बनाने की जगह दिया
प्रयागराज के दारागंज के श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के केराय के मकान मे 1989 मे बने कोलाज संग्रहालय का अखाड़ा को नये सुन्दर भब्य रूप मे तोड कर बनाने के लिए की सुन कर दुकानजी खुश हुए खाली करने पर संग्रहालय का अस्तित्व समाप्त को लेकर अंतराष्ट्रीय कलाकार समाज सेवी राजेन्द्र कुमार दुकानजी बहुत चिंतित और दुखी होकर उसे बचाने के लिये सासन प्रशासन सरकार तक लेटर पेपर चैनल के माध्यम से और सासंद विधायक तक संग्रहालय को बचाने के लिये कहा लेकिन सिर्फ आश्वासन मिलता रहा संग्रहालय मे रखे अद्भुत चिजे जो खराब होने से उसे बचाए रखने के लिये श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव महंत यमुनापुरी जी महाराज ने मकान खाली कराने के बाद भी संतो की जो खुबी होती दया भाव से दुकानजी को अपने अखाडे के एक कमरे मे सामान रखने और दुकानजी को शरण देकर उनकी मदद किया सरकारी मदद न मिलने के कारण दुकानजी ने हिम्मत नही हारी दुकानजी के परिश्रम को देखते हुये और उसके संग्रहालय के प्रती चिंतित रहने कही ईसका अस्तित्व ही समाप्त न हो जाये दुकानजी के संग्रहालय के प्रती समर्पण को देखकर श्री पंचायती अखाड़ा के सचिव महंत यमुना पुरी ने अखाड़े के एक पास मे मकान मे उनके रहने के लिए एक कमरा और संग्रहालय बनाने के लिए एक कमरा देकर उसके अस्तित्व को बचाए रखने के लिए चिन्ता से मुक्त कर हौसला बढाया दुकानजी ने उनका आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया दुकानजी के संग्रहालय मे दुनिया की सबसे छोटी गीता और कुरान के अलावा सभी तिर्थो के जल सभी भाषाओ के महाभारत रामायण और हर देश विदेश के टिकट संग्रह सिगरेट माचिस शंखो के संग्रह मिश्र की ईमली सबसे बडी लौकी को देखने दुर दराज से देखने आते लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र रहा 2017 से संग्रहालय का अस्तित्व समाप्त कमरा खाली होने पर घर से बेघर हुए दुकानजी को उनके जीवन भर की कठिन मेहनत परिश्रम जैसे लगा सब कुछ छिन गया लेकिन लगे रहे उनके ईस संग्रहालय को 2024 मे अखाड़े के सचिव महंत श्री यमुनापुरि जी महाराज ने संग्रहालय बनाने की अनुमती देकर दुकानजी को चिन्ता मुक्त किया दुकानजी फिर से संग्रहालय बनाने के लिए जूट गये