दिल्ली में जल संकट आतिशी पर भड़के मनोज तिवारी बोले शराब पिलाने में दिक्कत नहीं हैं, लेकिन पानी पिलाने में दिक्कत हो रही.
दिल्ली में जल संकट आतिशी पर भड़के मनोज तिवारी बोले शराब पिलाने में दिक्कत नहीं हैं, लेकिन पानी पिलाने में दिक्कत हो रही.
राजधानी दिल्ली में भारी जल संकट ने जनता का गला सुखा दिया है। भीषण गर्मी के बीच पानी की किल्लत है और शायद सरकार को पानी के लिए चिल्लाते दिल्लीवासियों की आवाज तक सुनाई नहीं दे रही है। मामला अदालत की चौखट तक पहुंच चुका है तो इधर राजनीतिक पार्टियां भी दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं। बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने AAP को घेरते हुए कहा कि शराब पिलाने में दिक्कत नहीं हैं, लेकिन पानी पिलाने में दिक्कत हो रही है।मनोज तिवारी ने दिल्ली की जल मंत्री आतिशी पर तीखा हमला बोला और इस मुद्दे पर दूसरे राज्यों को दोषी ठहराने के लिए उनकी आलोचना की। तिवारी का कहना है कि आतिशी के पास जल विभाग है। वो ये रोना नहीं रो सकतीं कि दिल्ली में पानी नहीं है, क्योंकि टैंकर माफिया दिल्ली से पानी निकालकर लोगों को दे रहे हैं। वो हरियाणा-यूपी से पानी लेकर टैंकर नहीं भर रहे हैं
उन्होंने कहा कि टैंकर वालों को पानी मिलता है लेकिन उन्हें (आतिशी को) पानी क्यों नहीं मिल रहा है? इस दौरान दिल्ली को दूसरे राज्यों से भी ज्यादा पानी दिया जा रहा है लेकिन 9-10 सालों में एक बार भी पाइप की मरम्मत नहीं हुई है, पाइप में लीकेज है, गटर का पानी पाइप में मिल रहा है। आप इसके लिए दूसरों को कैसे दोषी ठहरा सकते हैं? आम आदमी पार्टी पिछले 9 साल से सरकार चला रही है और आतिशी अभी भी तर्क दे रही हैं।
बीजेपी सांसद ने कहा कि आप इस मुद्दे को दूसरों पर डालने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन पानी उपलब्ध कराना दिल्ली सरकार का काम है। हालांकि आपने केवल लूट की है। तिवारी ने आतिशी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि उन्हें शर्म आनी चाहिए कि दिल्ली के लोगों को पानी उपलब्ध कराने की बात करना उनके लिए अपमान की बात है। बीजेपी नेता ने कहा कि उपराज्यपाल और सुप्रीम कोर्ट कह रहे हैं कि सरकार को लोगों को पानी देना चाहिए। इसका मतलब ये है कि जब हम आपसे कह रहे हैं कि जनता को सुविधाएं प्रदान करें, तो ये आपको गाली लगती है। अगर हम समस्याएं उठाते हैं, तो आपको लगता है कि हम आपको गाली दे रहे हैं।
मनोज तिवारी ने कहा कि आप को शराब पिलाने में दिक्कत नहीं है, पानी पिलाने में दिक्कत है। शराब घोटाले करने में दुनिया भर की बुद्धि लगा लेते हो, लेकिन दिल्ली वालों को पानी देने में आप लोगों को गाली लगती हैं। मनोज तिवारी ने कहा कि कोर्ट किसी भी राजनैतिक पार्टी की नहीं है। कोर्ट ने जो टिप्पणी की है उसका स्वागत करता हूं।बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में टैंकर माफियाओं और पानी की बर्बादी को लेकर दिल्ली सरकार से सवाल किए। कोर्ट ने AAP सरकार से राष्ट्रीय राजधानी में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में हलफनामा दाखिल करने को कहा। न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति प्रसन्ना बी वराले की पीठ ने राष्ट्रीय राजधानी में टैंकर माफियाओं पर कड़ी आपत्ति जताई और दिल्ली सरकार से पूछा कि उन्होंने टैंकर माफियाओं के खिलाफ क्या कार्रवाई की है। पीठ ने ये भी कहा कि अगर दिल्ली सरकार टैंकर माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है तो वो दिल्ली पुलिस से टैंकर माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने को कहे।