माफिया अतीक की जमीन पर कब्जे की कोशिश, लगा बोर्ड करेली की जमीन पर लगाया कुर्की का बोर्ड, चुपके से बिल्डर ने बेचने की कोशिश की
माफिया अतीक की जमीन पर कब्जे की कोशिश, लगा बोर्ड करेली की जमीन पर लगाया कुर्की का बोर्ड, चुपके से बिल्डर ने बेचने की कोशिश की
प्रयागराज आईएस-227 गैंग के लीडर माफिया अतीक-अशरफ की नामी-बेनामी संपत्तियां अरबों में हैं। अतीक-अशरफ की मौत के बाद पुलिस ने करीब 1800 करोड़ की संपत्ति कुर्क की। गैंग मेंबरों, रिश्तेदारों की करोड़ों की संपत्ति कुर्क हुई। इसके बाद भी अभी माफिया अतीक की जमीनों पर दूसरे गिरोह, गैंग के मेंबर या फिर अन्य लोग कब्जे की फिराक में रहते हैं। ताजा मामला जीटीबी नगर करेली इलाके की 594 वर्ग मीटर का सामने आया है।यह जमीन पुलिस ने कुर्क कर दी थी। अब एक बार फिर कुर्क जमीन पर अवैध की कोशिश शुरू हुई। बिल्डरों को पता नहीं था कि अतीक की इस जमीन को कागजों पर कुर्क किया जा चुका है। चुपके से जमीन पर कब्जे की कोशिश हुई तो पुलिस के कान खड़े हुए। पुलिस ने मौके पर सत्यापन के बाद जमीन पर कुर्क होने का बोर्ड लगा दिया गया।
इससे पहले हाईकोर्ट के करीब अतीक की करोड़ों की जमीन कब्जा करने की कोशिश हुई थी। इस मामले में एसडीएम सदर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।माफिया अतीक अहमद की जीटीबी नगर करेली स्थित इस भूमि को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया गया था। वर्तमान में इस भूमि की कीमत लगभग सात करोड़ रुपये बताई जा रही है। पुलिस को सूचना मिल रही थी कि इस जमीन पर कुछ लोग कब्जे का प्रयास कर रहे हैं। इस पर पुलिस ने रविवार को सत्यापन के बाद पुनः जमीन पर कुर्क होने का नोटिस बोर्ड लगा दिया।
माफिया अशरफ के साले सद्दाम की पूरामुफ्ती इलाके में चार अचल और एक चल संपत्ति चिह्नित की गई है। बताया जा रहा है कि इस जमीन को उसने दबंगई और काली कमाई से बनाया था। पुलिस ने इसकी जांच कर रही है। जांच के बाद रिपोर्ट राजस्व विभाग को भेजी जाएगी। अब राजस्व विभाग की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया जाता है कि माफिया अशरफ के साले ने काली कमाई से कई संपत्ति बनाई है। यह संपत्ति गौसपुर कटहुआ और हटवा इलाके में स्थित है।
हाईकोर्ट के पास बेशकीमती जमीन पर हुआ था कब्जा माफिया अतीक की जमीन पर कब्जे के मामले में सदर एसडीएम अभिषेक सिंह ने FIR दर्ज कराई थी। सिविल लाइन पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रशासन इस जमीन को कुर्क करने की तैयारी में है। यह जमीन इलाहाबाद हाईकोर्ट के पास है। माफिया ने 5 करोड़ की जमीन महज 14 लाख रुपए में अपने नाम करवाई थी। अतीक इस जमीन पर अपने बड़े बेटे उमर अहमद के लिए लॉ फर्म बनवाना चाहता था।उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक के IS-227 गैंग पर पुलिस ने सख्ती की। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी नामी-बेनामी प्रॉपर्टी की जांच शुरू की। इसी बीच अतीक और अशरफ की हत्या हो गई। इसके बाद माफिया के वकील ने प्रशासन को जानकारी दी कि अतीक की जमीन पर कुछ वकीलों ने कब्जा कर लिया है।
5 मई को प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की। प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस ने जांच कर जमीन से कब्जा हटवा दिया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने जांच की, तो पता चला कि 2006 में अतीक ने एमजी मार्ग सिविल लाइंस के रहने वाले अब्दुल रब से इस जमीन का सौदा 14 लाख में किया था। वर्तमान समय में बिल्डर इस जमीन की कीमत 5 करोड़ तक बता रहे हैं। इसी मामले में सदर एसडीएम अभिषेक सिंह मामले की जांच कर रहे थे। अपनी जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने गुरुवार रात एफआईआर दर्ज कराई है।परिवार को यह साबित करना होगा कि यह अवैध रूप से अर्जित की गई प्रॉपर्टी नहीं है।
साल 2006 में जमीन की कीमत 57 लाख के करीब थी तो रजिस्ट्री 14 लाख में क्यों कराई?
माफिया ने डरा धमकाकर जमीन तो नहीं खरीदी?जमीन कुर्क करने के बाद अतीक के परिवार को भेजा जाएगा नोटिस।जवाब आने और ईमानदारी से जमीन खरीदने की बात साबित करनी होगी।अपील पर सुनवाई के बाद सरकार को अधिकार होगा कि वह जमीन को सरकारी कार्य में इस्तेमाल कर ले।सरकार यहां गरीबों के रहने के लिए घर बनवा सकती है। सरकारी अस्पताल या किसी अन्य सरकारी कार्य के लिए ऑफिस का निर्माण कर सकती है।कोर्ट के पास जमीन है तो न्यायिक कार्य के लिए बिल्डिंग बनवाने में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।अतीक गैंग की 1800 करोड़ की संपत्ति अब तक कुर्कउमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस ने अब तक अतीक गैंग की 1800 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है। पुलिस ने अतीक-अशरफ और गैंग के सदस्य के मददगारों, फाइनेंसरों की सूची भी तैयार की है। वहीं ED अतीक की बेनामी संपत्तियों की जांच में लगी हुई है।तीन ड्रीम प्रोजेक्ट में 40 करोड़ लगाए अतीक-अशरफ के 3 ड्रीम प्रोजेक्ट शहर में ही हैं। करेली में अलीना सिटी, अहमद सिटी में करोड़ों रुपए खर्च कर प्लाटिंग की गई। इसमें अतीक-अशरफ से जुड़े 17 लोगों ने करोड़ों रुपए इन्वेस्ट किए। पुलिस-ईडी की निगाह में आने के बाद इस प्रोजेक्ट पर जांच चल रही है।
धूमनगंज के झलवा में सिटी आवास योजना में करोड़ों रुपए लगे। पुलिस ने इसके दस्तावेज खंगाले और पूछताछ भी की। इस प्रोजेक्ट में अकेले अशरफ और उसके ससुराल वालों के रुपए लगाने की बात सामने आई है।