आईये बसाए बेटियों का घर धन के आभाव में उठने से ना रुके कोई डोली
आईये बसाए बेटियों का घर धन के आभाव में उठने से ना रुके कोई डोली
आर्थिक रूप से कमजोर कन्या के विवाह में सहयोग करने से बड़ा पुण्य कोई और नहीं है सामाजिक संस्थाओं और आर्थिक रूप से मजबूत लोगों को आगे आकर ऐसे लोगों की मदद करनी चाहिए यह वन कहना है मिसेज एशिया 2022 विजयता सचदेवा का जो अम्मा प्रगति ट्रस्ट मानव विकास मंच महिला विकास मंच के साथ दो गरीब बेटियों के विवाह में सहयोग की सहभागी बनी विजेता सचदेवा संस्थाओं के साथ दोनों बेटियों के घर पहुंची और उन्हें साड़ी कपड़े दैनिक जरूरत के समान सहित आर्थिक सहयोग प्रदान किया और उन्हें आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की आकस्मिक सहयोग पाकर इन बेटियों के परिवार के सदस्यों की आंखें नाम हो गई और चेहरे पर खुशी की मुस्कान बिखर गई मिसेज विजेता सचदेवा ने कहा कि जब इन संस्थाओं ने मुझसे संपर्क किया और बताया की दो आर्थिक रूप से कमजोर बेटियों के शादियों में मदद करनी है तो मैंने बिना एक पल गवाए अपनी सहमति दे दी मिसेज सचदेवा ने कहा कि इन बेटियों के तो हाथ पीले हो गए लेकिन बहुत सी ऐसी बेटियां हैं जिनके हाथ धनाभाव के कारण पीले नहीं हो पाते जिस तरह आज इन सामाजिक संस्थाओं ने आगे बढ़कर इन बेटियों के परिवार का हाथ थामा है वह काबिले तारीफ है उन्होंने कहा कि किसी एक व्यक्ति या किसी एक संस्था द्वारा ऐसा करने से कुछ परिवारों की तो मदद हो सकती है लेकिन फिर भी कई ऐसे परिवार रह जाते हैं जिनकी मदद नहीं हो पाती ऐसे में सामाजिक संस्थाओं और हम सबका दायित्व बनता है कि हम ऐसे लोगों का पता करें और उनकी मदद करें साथ ही औरों को भी मदद के लिए प्रेरित करें हमें संकल्प लेना होगा कि अब आर्थिक तंगी की वजह से किसी भी बेटी की डोली उठने से नहीं रुकेगी