February 5, 2025

मुख्य न्यायाधीश भारत डी वाइ चंद्रचूड़ ने आज आर्बिट्रेशन सेंटर प्रयागराज का उद्घाटन किया

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मुख्य न्यायाधीश भारत डी वाइ चंद्रचूड़ ने आज आर्बिट्रेशन सेंटर प्रयागराज का उद्घाटन किया

प्रयागराज । मुख्य न्यायाधीश भारत डी वाइ चंद्रचूड़ ने आज आर्बिट्रेशन सेंटर प्रयागराज का उद्घाटन किया । साथ ही कोर्ट ऑफ़ उत्तर प्रदेश किताब का भी विमोचन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ रहे हैं । ऐसे में इंडस्ट्री आएगी। रूल ऑफ़ लॉ होना चाहिए । न्यायिक क्षेत्र का विस्तार और विश्वास होना जरूरी है।


मुख्य न्यायाधीश ने न्यायालय में बढ़ रहे मामले पर चिंता जताई । साथ ही ट्रायल कोर्ट जहां समस्याओं के समाधान की शुरुआत होती है, वहां पर ध्यान दिए जाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में बहुत सारे ऐसे मामले बढ़ रहे हैं जिन्हें ट्रायल कोर्ट में ही निपटा देना चाहिए। छोटे मामले में यहां से बेल न मिलने के कारण लोग सुप्रीम कोर्ट तक आ रहे हैं ,और वहां दबाव बढ़ रहा है।
उन्होंने बार और बेंच से क्रिमिनल अपील पर ध्यान दिए जाने की जरूरत बताई । श्री चंद्रचूड़ ने कहा कि अधिवक्ता बेल लेने में दिलचस्पी रखते हैं। जबकि क्रिमिनल अपील पेंडिंग पड़ी रहती है । उस पर ध्यान नहीं दिया जाता। हम लोग कोशिश कर रहे हैं कम करने की व्यवस्था बनाने की और आप सब से भी कहता हूं कि इस तरफ ध्यान दें।
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्याय मूर्ति श्री चन्द्रचूड़ ने न्यायाधीशों से सामाजिकता को ध्यान देने, और हम क्या कर रहे हैं कैसे कर रहे हैं इसके लिए समाज से जुड़े रहने के लिए कहा। जिससे समाज में अच्छा संदेश जाए। उन्होंने कहा कि हम 7 दिन लगातार करते हैं लेकिन समाज में यह बात जाती है कि हमें लंबी-लंबी छुट्टी मिलती है। उन्होंने कम्युनिकेशन पर जोर देने की बात कही ।
अधिवक्ताओं और साथियों से तकनीक से जुड़ने की बात भी उन्होने कही। कहा कि मैं सभी सीनियर अधिवक्ताओं से तकनीक से जुड़ने, टैबलेट और लैपटॉप पर कार्य के लिए कहता हूं और बहुत सारे लोग अब कर रहे हैं । उन्होंने धारा 370 मुकदमे का उदाहरण देते हुए कहा कि पूरा मुकदमा पेपरलेस कोर्ट के जरिए हुआ ।
उन्होंने ट्रायल कोर्ट में आ रही यंग जनरेशन की चर्चा की और कहा कि यह अलग तरह से सोचते हैं । इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं आ रही है। वह यहां अपना भविष्य सुरक्षित समझती हैं । उन्होंने मित्रवत व्यवहार की बात की । साथ ही दबाव न देने की बात भी कहीं।
उन्होंने कोर्ट में सुविधा कम होने की चर्चा की कहा कि बहुत सारी समस्याएं धीरे-धीरे सुलझ रही है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि मैं शहरी परिवेश में पला, किंतु भारत के दिल उत्तर प्रदेश में आकर बहुत कुछ सीखने जानने को मिला । इलाहाबाद हाईकोर्ट में मुझे अलग तरह के वाद से सामना करना पड़ा । यहां की बार बहुत अच्छी है किंतु हड़ताल बहुत दिन तक नहीं चलनी चाहिए। क्योंकि हड़ताल शुरू किसी अन्य मुद्दे से होती है खत्म किसी अन्य मुद्दे से होती है।
उन्होंने अपने कार्यकाल को स्मरण किया।
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रिपोर्ट एल एन सिंह

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