October 27, 2024

ट्रक व रोडवेज चालक हड़ताल पर, जिले में पुरी तरह ठप परिवहन, लोग पैदल वापस घर लौट रहे

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ट्रक व रोडवेज चालक हड़ताल पर, जिले में पुरी तरह ठप परिवहन, लोग पैदल वापस घर लौट रहे

सोनभद्र । मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन के खिलाफ चालक सोमवार से हड़ताल पर चले गए हैं। जिससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालकों का पुरा समूह सड़कों पर निकल आया है। वही सरकारी गैर सरकारी सभी प्रकार के ट्रास्पोर्टर के हड़ताल पर जानें से खनन व औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से लगभग 25 हजार से ज्यादा ट्रैकों का आवागमन रोज होता है। खनन इलाका होने की वजह से गिट्टी, बालू व कोयले की सप्लाई पूरे प्रदेश में होता हड़ताल की वजह से इन सभी के दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है।


वही डिपो परिसर में रोडवेज बसें खड़ी कर चालकों ने प्रदर्शन शुरु कर दिया है। रोडवेज बस के संचालन रुकने से राहगीरों, नौकरी पेसे, स्कुली बच्चों व अन्य आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वही ओबरा , डाला , चोपन, राबर्ट्सगंज, घोरावल, शक्तिनगर, रेणुकूट , अनपरा व जिले के चारों प्रदेशों से जुड़े बार्डर इलाकों में भी भारी विरोध देखने को मिल रहा है। पेट्रोल, डीजल भी खत्म होने के कगार पर होने की वजह से प्राइवेट गाड़ियों का रेला पंपों पर दिख रहा है।

चोपन, राबर्ट्सगंज, मधुपुर व विंढमगंज में ट्रक चालकों ने हाईवे पर जाम लगाया। विंढमगंज, चुर्क के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी ट्रक चालकों के साथ सवारी वाहनों के चालक भी हड़ताल पर रहे। चालकों की हड़ताल से राहगीर परेशान रहे। ड्यूटी पर या घर जा रहे लोगों को वापस लौटना पड़ा।

सोनभद्र डिपो की 60 एवं विंध्यनगर डिपो की 46 बसों का संचालन जनपद के साथ ही अन्य मार्गों पर हो रहा है। सोनभद्र डिपो की बसों को डिपो परिसर में खड़ा कर चालकों ने एमवी एक्ट में किए गए संशोधन का विरोध किया। शासन से इसे वापस लेने की मांग की। कहा कि इस एक्ट में चालक को 10 साल की सजा और 10 लाख का जुर्माने का प्रावधान है। इस कानून से वाहन चलाना संभव नहीं होगा।

नए कानून के विरोध में चालक बस खड़ी कर हड़ताल पर चले गए हैं। इससे बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। बसें न चलने से 10 से 11 लाख रुपये राजस्व की क्षति हुई है।

 

चालको का कहना है कि यह कानून चालकों के हित में कहीं से भी नहीं है। इससे चालकों का उत्पीड़न बढ़ेगा। सरकार ऐसे काले कानून को तत्काल वापस ले इस एक्ट के तहत 10 लाख रुपए का जुर्माना गरीब चालक कहा से दे पायेगा जो 10 से 15 हजार रूपए महीने की नौकरी कर रहा है उसके लिए ये संभव नही है। कभी कभी कितना भी बचा कर चलिए सामने से आ कर टकराकर लोग मर जाते है, ऐसे में बेगुनाह होते हुए भी 10 साल का और 10 लाख जुर्माना उठाना पड़ेगा। सरकार की नीति गलत है।

 

रोडवेज बस चालकों के हड़ताल पर जाने से यात्री काफी परेशान दिखे। रोडवेज बस स्टैंड के पास खड़े पीआरडी के जवान नागेश्वर ने बताया कि उनकी ड्यूटी बभनी, निजामुद्दीन, रामसूरत और देवनारायण की ड्यूटी कोन थाना क्षेत्र में लगी है। वह चारों घोरावल से किसी तरह यहां तो आ गए, मगर कोन जाने के लिए अब कोई वाहन नहीं मिल रहा है। इससे पीआरडी के जवान समय से ड्यूटी पर नही पहुंच पाए।

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रिपोर्ट मनोज सिंह राणा

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