राष्ट्रीय शिल्प मेले में लगा गीत संगीत का तड़का, गायक नवदीप वडाली की सुरीली आवाज पर थिरके श्रोता नवदीप को सुनने को उमड़ी फैंस की भीड़
राष्ट्रीय शिल्प मेले में लगा गीत संगीत का तड़का, गायक नवदीप वडाली की सुरीली आवाज पर थिरके श्रोता नवदीप को सुनने को उमड़ी फैंस की भीड़
देश भर की लोक कला और संस्कृति को आंचल में समेटे राष्ट्रीय शिल्प मेले की तीसरी शाम में सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल-13 में अपनी गायकी का जादू बिखेर चुके नवदीप वडाली के नाम रही।
रविवार को वडाली ने अपनी सुरीली आवाज से राष्ट्रीय शिल्प मेले के मुक्ताकाशी मंच पर चार चांद लगा दिए।
स्टेज पर आते ही पूरा पंडाल तालियों से गूंज उठा। उन्होंने अपने कार्यक्रम का आगाज मंच से श्रोताओं का अभिवादन किया और सूफियाना अंदाज में तुझे तकिया तो लगा मुझे ऐसे सुपरहिट गीत गाने शुरू किए तो श्रोता झूम उठे।
इसके बाद तू माने या न माने दिलदारा, मेरे रश्के कमर व दमा-दम मस्त कलंदर की प्रस्तुति देकर खूब धमाल मचाया।
इसके बाद आजा तैनू अखियां उदीक दियां की प्रस्तुति पर तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा वातावरण दोगुना उत्साह से झूमने लगा। उन्होंने श्रोताओं की फरमाइस पर कई बॉलीवुड गाने गाकर राष्ट्रीय शिल्प मेले को खास बनाया। सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत लोकनृत्यों से होती है, जिसमें जोथानपुइया रेन्थले एवं दल ने मिजोरम का चेरावं लोकनृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वही याकुम नाबम व दल ने रिखम्पदा नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों से खूब वाहवाही पायी।गुजरात का डांग और राजस्थान का चरी, घूमर नृत्य ने गुलाबी मौसम में जोश भर दिया। राष्ट्रीय शिल्प मेले में प्रतिदिन गीत, संगीत की जुगलबंदी से दर्शक अभिभूत होते हैं। केंद्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने नवदीप वडाली को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।
शिल्प मेले में रविवार को विभिन्न राज्यों से लाये गये शिल्प उत्पाद, कपड़े खानपान सामग्री ने प्रयागवासियों को खूब लुभा रहे हैं। राजस्थानी जूतियों, परिधानों, कश्मीर से लाए गये पश्मीना शाल और जयपुरी रजाई तथा मध्य प्रदेश के लकड़ी के शिल्प कारीगरों ने लोगों का खूब आकर्षित कर रहे हैं।