प्रयागराज विकास प्राधिकरण की कार्यवाही से नाराज हाई कोर्ट बार
प्रयागराज विकास प्राधिकरण की कार्यवाही से नाराज हाई कोर्ट बार
प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने गुरुवार को झूंसी एरिया के अंदावा में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। पीडीए ने इस दौरान 11 दुकानों को ध्वस्त करा दिया।
ये दुकाने हाई कोर्ट के अधिवक्ता की थीं तो हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने इस पर सीधा विरोध दर्ज करा दिया है। बार के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने प्राधिकरण की कार्यवाही को गलत बताते हुए पीडीए वीसी अरविन्द चौहान और जोनल ऑफिसर संजीव उपाध्याय पर पक्षपात का आरोप लगाया है अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने बताया कि कटका के रहने वाले अधिवक्ता अभिषेक यादव हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करत हेैं। उन्होंने अंदावा मोड़ झूंसी पर सड़क के किनारे सैकड़ों वर्ष पुरानी आबादी की जमीन पर मकान और दुकान का निर्माण करा रखा है। कुछ दुकानें किराये पर भी दे रखीं हैं। इसी निर्माण पर आज पीडीए ने बुलडोजर चलवा दिया। अध्यक्ष का आरोप है कि इससे लगे एरिया में कतारबद्ध तरीके से अस्पताल होटल एवं दुकानें बनी हैं। यहां पीडीए ने कोई कार्रवाई नहीं की जिससे अधिवक्ता समाज आहत है। दुकान के बगल में स्थित अस्पताल होटल मालिकों तथा दुकानदारों से मोटी रकम लेकर उनकी दुकानों को ध्वस्त नहीं किया गया। उनका कहना है कि ध्वस्तीकरण का कार्य शासन स्तर से प्रस्तावित है तो केवल अधिवक्ता का मकान ही क्यों ध्वस्त किया गया। अध्यक्ष ने कहा कि विकास प्राधिकरण की कार्यवाही से ऐसा प्रतीत होता है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण भू माफियाओं बिल्डरों प्लाटरों अस्पताल और होटल संचालकों से अवैध वसूली कर बदले की भावना से कार्य से कर रहा है। उन्हीं व्यक्तियों के विरूद्ध ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है जिन लोगों से उन्हें मोटी रकम नहीं मिली होती। इस प्रकरण पर चीफ जस्टिस की कोर्ट में याचिका संख्या 32673 सन 2023 लम्बित है। इस पर सोमवारको सुनवाई होगी। सिंह ने कहा कि उनके पास पीडि़त अधिवक्ताओं द्वारा कागजात उपलब्ध कराये गये हैं। जिसमें यह उल्लिखित है कि जिन लोगों से पैसा मिल जाता है उनके मकान और दुकान का ध्वस्तीकरण नही किया जाता। कहा कि यह भी संज्ञान में आया है कि प्रयागराज में प्रयागराज विकास प्राधिकरण क्षेत्र के अन्तर्गत जहाँ भी ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जाती है कुछ दिनों के बाद फिर से उन स्थानों पर पीडीए के उपाध्यक्ष अरविन्द चौहान और उनकी टीम द्वारा धन उगाही कर निर्माण कार्य कराया जाता है। उन्होंने सीएम योगी से प्रकरण को संज्ञान लेने और दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई के साथ भ्रष्ट अधिकारियों को प्रयागराज से हटाने की मांग की है।
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रिपोर्ट एल एन सिंह