MP Election : टिकट बटवारे के बाद भाजपा और कांग्रेस में बगावत का खेल जारी
MP Election : टिकट बटवारे के बाद भाजपा और कांग्रेस में बगावत का खेल जारी
मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस में बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है।अब भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिवंगत नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्षवर्धन चौहान ने बगावत कर दी है। पार्टी से टिकट न मिलने पर हर्षवर्धन सिंह चौहान ने बीजेपी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।जानकारी के मुताबिक, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में पार्टी ने बुरहानपुर से अर्चना चिटनीस को टिकट देकर प्रत्याशी घोषित कर दिया है। इसे लेकर पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिवंगत नंदकुमार सिंह चौहान के समर्थकों ने भारी नाराजगी जताई है। इसके साथ ही उनके बेटे हर्षवर्धन सिंह चौहान ने एक माता पंडाल में अपने समर्थकों से सहमति लेकर कर एलान किया कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए उन्होंने नामांकन फॉर्म भी मंगवा लिया और कहा कि शीघ्र ही नामांकन भरेंगे।
कल ही रीवा जिले की मनगवां विधानसभा से भाजपा के पांच बार विधायक रहे पंचूलाल प्रजापति ने (तीन बार खुद और दो बार उनकी पत्नी)भी घोषणा की है कि अगर पार्टी ने विचार नहीं किया तो वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने इस बार उनका टिकट काट दिया है। पंचूलाल ने पहला चुनाव सायकिल पर प्रचार कर जीता था। उन्होंने पहली बार आरोप भी लगाया है कि स्थानीय नेताओं ने धन की लालच में उनका टिकट बदलवा दिया।वह पत्रकार वार्ता में फूट कर रोने भी लगे। उन्होंने भी एक नामांकन अपनी पत्नी का भाजपा के नाम पर और एक अपना निर्दलीय लिया है।उधर देवतालाब विधानसभा में कांग्रेस से इस्तीफा देकर सीमा जयवीर सिंह ने सपा से और मनगवां विधानसभा कांग्रेस नेता प्रीती वर्मा साकेत भी सपा से मैदान में हैं। इंजीनियर प्रीति वर्मा राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल थी। प्रीति का तो नहीं लेकिन सीमा जयवीर सिंह ने 2018 में निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को पसीना ला दिया था, मामूली अंतर से बसपा के टिकट पर हारी थी।बाद में कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं। लेकिन कांग्रेस ने अपनी पुरानी उम्मीदवार बबिता साकेत पर भरोसा जताया है।
ख़बरजगत के लिये छतरपुर से उदय नारायण अवस्थी की रिपोर्ट