बज्म- ए- विरासत, देखने व सुनने को मिलेगी शहर की धूमिल होती यादें कल्चर
बज्म- ए- विरासत, देखने व सुनने को मिलेगी शहर की धूमिल होती यादें कल्चर
प्रयागराज शहर के बिशप जानसन स्कूल में तीन दिवशीय बज्म- ए- विरासत का आप लुत्फ उठा सकते है। 20 दिसंबर को इसका उद्घाटन पंडित हरिप्रसाद चौरसिया करेंगे। यह जानकारी मंगलवार को स्थानीय होटल में फ़िल्म निर्देशक तिग्मांशु धुलिया ने पत्रकारवार्ता कर दी। बताया कि कि इंट्री के लिए 500 रूपये कि पास शुल्क रखे गए है।
शुल्क से प्राप्त रुपयों से आयोजन पर खर्च किये जायेंगे। इस दौरान समाजसेवी जफर बख्त समेत समिति के अन्य लोग मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश टूरिज्म विभाग के प्राइम स्पांसर होने वाले इस प्रोग्राम में वे तमाम नामचीन लेखक और कलाकार आएंगे जिनका बचपन शहर में बिता मगर अब वे बाहर जा चुके है।
प्रोग्राम 11 बजे से शुरू होगा
पत्रकारवार्ता में बताया कि 20 से शुरू होकर 22 दिसंबर तक सुबह 11 बजे से रात 8 बजे तक यह प्रोग्राम चलेगा। पहले दिन कि शुरुआत ‘लंतरानी’ नामक प्रोग्राम से होगी। इसमें इलाहाबादी विस्मृत धूमिल होती भाषा गली मोहल्लो का अल्हड़पन जैसे शहर के पुराने रंग रूप वाली अपनी भाषा को सुनने और देखने को मिलेगी।
दूसरा इवेंट स्टैंड आप कॉमेडी संदीप शर्मा के द्वारा कि जाएगी। जिन्हे सुनकर आप लोटपोट हो जाएंगे। तीसरा कार्यक्रम लाइव इन कंसर्ट के नाम से अनिरुद्ध वर्मा कलेक्टिव शाम 6 बजे कुमुद मिश्रा के पुराने चावल को सुनकर आप गदगद हो जायेंगे। दूसरे दिन 21 दिसंबर पहला प्रोग्राम शुभ मुद्गल द्वारा म्यूजिकल प्रोग्राम होगा। इसके बाद फ़िल्म डिस्क्लोज़िंग इन मेमोरी, जैसे अन्य आयोजन होंगे। इसी तरह आखिरी और तीसरे दिन 22 दिसंबर को भी नामचीन कलाकारों को सुनने और देखने को मिलेंगे।