डीएफसीसीआईएल के प्रयागराज यूनिट में स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025 का शुभारंभ, स्वच्छता और स्वास्थ्य पहलों को बढ़ावा
प्रयागराज, 27 सितंबर 2025 – स्वच्छता ही सेवा (SHS) अभियान 2025 का प्रारम्भ प्रयागराज इकाई में 19 सितंबर को हुआ, जो देशभर में स्वच्छता-संबंधी जागरूकता को बढ़ावा देने के निरंतर राष्ट्रीय प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अभियान डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DFCCIL) के प्रयागराज इकाई अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा लिए गए स्वच्छता संकल्प के साथ शुरू हुआ, जिसने रेलवे स्टेशनों, कॉलोनियों , ओ सी सी प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता मानकों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई प्रभावशाली गतिविधियों की राह तैयार की। SHS अभियान, जो रेल बोर्ड के चेयरमैन व मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा संचालित पहल है, केवल स्वच्छता पर ही नहीं बल्कि सामुदायिक भागीदारी और जागरूकता के महत्त्व पर भी जोर देता है। इस पहल के अंतर्गत स्वच्छता अभियान, इनडोर खेल और वृक्षारोपण अभियानों सहित विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनका उद्देश्य प्रतिभागियों में सामाजिक जिम्मेदारी और पर्यावरणीय संरक्षण की भावना को बढ़ाना है।
स्वच्छता ही सेवा केवल एक अभियान नहीं है; यह एक आंदोलन है जो हमें एक साझा लक्ष्य—एक स्वच्छ, स्वस्थ भारत—की ओर जोड़ता है, ए बी सरन, सीजीएम प्रयागराज ने कहा।
इस अभियान के माध्यम से हम अपने परिवेश के प्रति गर्व की भावना उत्पन्न करने और सभी को सक्रिय रूप से स्वच्छता बनाए रखने में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करने की कामना रखते हैं। 26 सितंबर को वरिष्ठ डिविजनल मेडिकल ऑफिसर (Sr.DMO) प्रयागराज के सहयोग से DFCCIL स्टाफ के स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। यह पहल स्वच्छता और स्वास्थ्य के बीच के संबंध पर प्रकाश डालती है और यह संदेश मजबूत करती है कि अच्छी सेहत के लिए स्वच्छता अनिवार्य है। SHS अभियान में DFC रेलवे स्टेशनों और कॉलोनियों की स्वच्छता व रखरखाव पर केन्द्रित कार्यशालाएँ भी शामिल थीं, जिन्होंने DFC समुदाय और स्थानीय निवासियों दोनों के बीच अच्छी सहभागिता आकर्षित की। ये कार्यशालाएँ सार्वजनिक स्थानों के रखरखाव के महत्त्व के बारे में लोगों को शिक्षित करने और प्रभावी कचरा प्रबंधन के व्यावहारिक सुझाव प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई थीं। इसके अतिरिक्त, नुक्कड़ कार्यक्रम भी आयोजित किए गए ताकि नागरिकों में जागरूकता और सहभागिता को बढ़ावा दिया जा सके।
इनडोर वर्कशॉप्स के अलावा स्थानीय समुदाय को शामिल करने के लिए व्यापक जागरूकता गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं। इन कार्यक्रमों में सड़क नाटकों का आयोजन और वॉकाथॉन शामिल था, जिसका उद्देश्य कचरा फेंकने के पर्यावरणीय प्रभाव और उचित स्वच्छता प्रथाओं के महत्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। स्थानीय निवासी इन कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लिए, जिससे समुदाय की एकजुटता और इस उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्धता झलकी। श्रमदान में भाग लेने वाले लोगों ने रेलवे परिसरों और आसपास के इलाकों की सफाई में अपना समय और प्रयास दिए, जो सामूहिक जिम्मेदारी के अभियान के सिद्धांत को दर्शाता है। DFCCIL के अधिकारी, परिवार और स्वयंसेवक कचरा उठाते, पेड़ लगाते और दूसरों के लिए मिसाल कायम करते देखे गए। SHS अभियान यह याद दिलाता है कि अपने आसपास की सफाई बनाए रखने में प्रत्येक व्यक्ति की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है। यह समुदाय के सदस्यों में स्वामित्व की भावना को बढ़ावा देता है और सरकार के सतत विकास व सार्वजनिक स्वास्थ्य के व्यापक लक्ष्यों के साथ भी मेल खाता है। जैसे-जैसे अभियान आगे बढ़ रहा है, अधिकारी इसके दीर्घकालिक प्रभाव को लेकर आशावादी हैं। DFCCIL टीम स्थानीय प्राधिकरणों और निवासियों के साथ मिलकर अभियान की समय-सीमा से परे भी अपने प्रयास जारी रखने की उम्मीद रखती है, ताकि “स्वच्छता ही सेवा” की भावना जीवन का हिस्सा बन सके।