“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस और रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज़) के पश्चात होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान का तीसरा दिन सेंट्रल हॉस्पिटल, उत्तर मध्य रेलवे, प्रयागराज में आयोजित किया गया। यह आयोजन विशेष रूप से महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस और रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज़) के पश्चात होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित रहा।
चिकित्सा निदेशक डॉ. एस. के. हंडू के नेतृत्व में इस कार्यक्रम ने महिलाओं के लिए रोग-निवारक स्वास्थ्य शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम की शुरुआत नोडल अधिकारी डॉ. उषा एस. पी. यादव के गरिमामयी स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने इस अभियान के मुख्य उद्देश्य—महिलाओं में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाकर एक स्वस्थ और सशक्त समाज की नींव रखने—को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया।
एसीएचडी डॉ. एस. एस. नायक ने ऑस्टियोपोरोसिस के कारण, रोकथाम और प्रबंधन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने हड्डियों की जांच (बोन डेंसिटी स्कैन), कैल्शियम एवं विटामिन डी के सेवन तथा नियमित व्यायाम की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।
इस पहल के अंतर्गत कुल 130 मरीजों की बोन मिनरल डेंसिटी (BMD) की जांच की गई।
कार्यक्रम की प्रमुख विशेषता रही डॉ. रोजा का विस्तृत और ज्ञानवर्धक व्याख्यान, जिसमें उन्होंने रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को समझाया, व्यावहारिक सुझाव दिए और खुले संवाद को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेन्द्रनाथ ने की। इस अवसर पर एसीएचडी डॉ. कल्पना मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्सक भी उपस्थित रहे।
इस सत्र में 130 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग स्टाफ, महिला अस्पताल कर्मी एवं रेलवे समुदाय की महिला मरीज शामिल थीं।
यह सत्र न केवल ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी सिद्ध हुआ।