आज भारत के उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे CP Radhakrishnan , राहुल गांधी समारोह में नहीं होंगे शामिल
देश के नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन आज शपथ लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राधाकृष्णन को राष्ट्रपति भवन में सुबह 10 बजे उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगीं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये शुभ समय सीपी राधाकृष्णन ने अपने किसी पंडित के पूछने पर तय किया है।
*राहुल गांधी समारोह में नहीं होंगे शामिल*
आज के शपथ ग्रहण सामारोह में जगदीप धनखड़ के शामिल होने के आसार हैं तो वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस समारोह का हिस्सा नहीं बनेंगे क्योंकि वो गुजरात दौरे पर हैं, उनकी जगह खड़गे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
*एक नजर उपराष्ट्रपति CP Radhakrishnan के अब तक के सफर पर..*
सी.पी. राधाकृष्णन एक अनुभवी राजनेता, समाजसेवी और संगठनकर्ता के रूप में जाने जाते हैं।
राजनीति के साथ-साथ उन्होंने सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में भी सक्रिय योगदान दिया है।
सी.पी. राधाकृष्णन का जन्म 4 मई 1957 को तमिलनाडु के Tiruppur में हुआ।
वह टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन थे और तमिलनाडु के थूथुकुडी में वी. ओ. चिदंबरम कॉलेज से बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) की डिग्री प्राप्त की।
16 साल की उम्र से ही राधाकृष्णन आरएसएस और भारतीय जनसंघ (जनसंघ) जैसे संगठनों से जुड़े रहे हैं।
1974 में वे जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य चुने गए।
1980 में भाजपा की स्थापना के बाद वे भाजपा में शामिल हो गए और अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी बन गए।
वे दो बार लोकसभा सांसद (1998 और 1999) कोयंबटूर से चुने गए।
संसद में रहते हुए उन्होंने विकास, उद्योग और क्षेत्रीय समस्याओं से जुड़े कई मुद्दों को मजबूती से उठाया।
वे 2004 से 2006 तक भारतीय जनता पार्टी, तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष रहे।
अध्यक्ष के रूप में, उन्होंने 93 दिनों की रथयात्रा की, जिसमें भारतीय नदियों को जोड़ने, अस्पृश्यता उन्मूलन और भारत में आतंकवाद के विरुद्ध अभियान चलाया गया।
भाजपा संगठन में वे लंबे समय तक सक्रिय रहे और तमिलनाडु में पार्टी को मज़बूत करने में अहम भूमिका निभाई।
12 फरवरी 2023 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि राधाकृष्णन को रमेश बैस के उत्तराधिकारी के रूप में झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया जाएगा।
27 जुलाई 2024 को उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया।