शहीदवॉल पर 14 अगस्त को दो शहीदों को सम्मान दिया गया। साथ ही देशभक्ति के गीतों व दीपदान करके शहीदों का नमन किया
प्रयागराज। शहीदवॉल पर 14 अगस्त को दो शहीदों को सम्मान दिया गया। साथ ही देशभक्ति के गीतों व दीपदान करके शहीदों का नमन किया।
कार्यक्रम में न्यायमूर्ति नीरज तिवारी ने कहा कि देश के लिए सर्वोच्च बलिदान होने वाले इन शहीदों के आदर्शों को जानना होगा नई पीढ़ी को उन आदर्शों पर चलना होगा यहां प्रयागराज के शहीद सम्मान पा रहे हैं 2-4 को छोड़कर अन्य को मैं भी नहीं जानता था उनके नाम एक रोशनी जलाकर आज मै
धन्य हुआ।
संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ अजय पाल शर्मा ने कहा कि वतन के लिए जो लहू देते हैं उन्हें बलिदानी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि गोलियां बहुत सारे लोग चलते हैं अपराधी भी चलाते हैं लेकिन उन्हें बलिदानी नहीं कहा जा सकता जिसने देश के लिए अपना लहू दिया है उसे ही शहीद कहा जाएगा।
इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और राकेश पांडे ने कहा कि अपने पूर्वजों को अगर याद करना हो तो शहीदवॉल लेकर आएं। शहीदवॉल के प्रारंभ में भी आया था टूटी-फूटी दीवाल पर शहीदों को सम्मान दिया गया था धीरे-धीरे इसे आज इतना सुसज्जित कर दिया गया है कि मन प्रफुल्लित होता है।
अध्यक्षता प्रोफेसर ललित त्रिपाठी निदेशक केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा विश्वविद्यालय ने की।
स्वागत व विषय प्रवर्तन वीरेन्द्र पाठक संस्थापक शहीदवॉल ने किया तथा संचालन प्रमोद शुक्ला ने किया। पुलिस द्वारा ललन मिश्र और द्वारका प्रसाद की आज हुई शहादत पर बैंड वादन करके सम्मान प्रदर्शित किया गया।
इस अवसर पर हरे राम द्विवेदी ने देशभक्ति के गीतों से नमन किया।
इस अवसर पर अखिलेश शर्मा सचिव इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन वह अनेक गणमान्य लोगों उपस्थित थे।