अब एक स्विच से मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में प्रकट हो जाएंगी मां गंगा, घाट से सीधे पहुंचेगा जल
अब एक स्विच से मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में प्रकट हो जाएंगी मां गंगा, घाट से सीधे पहुंचेगा जल
मिर्जापुर अब एक स्विच से मां विंध्यवासिनी के गर्भगृह में मां गंगा प्रकट हो जाएंगी। विंध्य कॉरिडोर के तहत विंध्याचल मंदिर से लेकर गंगा घाट तक ऑटोमैटिक व्यवस्था पर आधारित पाइप लाइन व चैंबर बनाए जा रहे हैं। इसके माध्यम से गंगा नदी से पानी विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह तक पहुंच सकेगा।मां के स्नान ध्यान और धुलाई के बाद निकलने वाला जल उसी प्रक्रिया के जरिये फिर नदी में छोड़ दिया जाएगा। इसको लेकर काम शुरू हो गया है। जल्द ही यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। दिन में चार बार मां विंध्यवासिनी का स्नान, श्रृंगार होता है। साथ ही गर्भगृह की धुलाई होती है। इसके लिए एक बार में आठ घड़े जल लगता है। घाट से सेवक गंगा जल लाते हैं।स्नान ध्यान के बाद निकलने वाला जल पनडोहा से होते हुए ब्रह्मा, विष्णु, महेश कुंड में चला जाता है। यह पनडोहा वही स्थल है, जहां गर्भगृह में दर्शन पूजन के पश्चात बाहर निकलने वाले श्रद्धालु वहां से हाथ से पानी निकालकर सुख समृद्धि की कामना के साथ पीते हैं या छिड़कते हैं। कुंड में पानी एकत्रित होता रहता है। साल में एक बार प्रार्थना मुद्रा में खड़े ब्रह्मा-विष्णु-महेश की पूजा के लिए कुंड खोला जाता है और तब पानी निकाला जाता है।पानी लाने, निकालने आदि में समय लगने के साथ ही समस्या खड़ी होती है। ऑटोमेशन व्यवस्था के शुरू हो जाने के बाद गंगा से पानी सीधे गर्भगृह तक पहुंचेगा। इस्तेमाल के लिए जरूरी पानी बिना किसी समस्या के मिल जाएगा। फिर स्नान व धुलाई इत्यादि से निकलने वाले पानी को उसी समय गंगा में छोड़ दिया जाएगा। इससे पानी को साल भर सुरक्षित रखने, सफाई सहित अन्य समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। इसके लिए पाइपलाइन बिछाने व चैंबर आदि बनवाने का काम चल रहा है।सिटी मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह ने कहा कि विंध्य कॉरिडोर के तहत हर छोटी-बड़ी सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। मां के दरबार तक गंगा जल सरल और सुरक्षित ढंग से पहुंच सके, इसके लिए व्यवस्था की जा रही है।
विंध्याचल मंदिर के बड़े श्रृंगारिया विश्व मोहन मिश्रा शिवजी ने कहा कि अभी मां विंध्यवासिनी दरबार तक गंगा जल सेवक लेकर आते हैं। अगर गर्भगृह तक आसानी से गंगा जल पहुंच जाता है तो यह सराहनीय कदम होगा।