महाकुंभ के आलोक में प्रयाग की ऐतिहासिक विरासत पर कार्यशाला संपन्न
महाकुंभ के आलोक में प्रयाग की ऐतिहासिक विरासत पर कार्यशाला संपन्न
महाकुंभ नगर, 24 फरवरी 2025। सात दिवसीय कार्यशाला “महाकुंभ के आलोक में प्रयाग की ऐतिहासिक विरासत”, जो संस्कृति विभाग (उत्तर प्रदेश सरकार) और प्राचीन इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग (इलाहाबाद विश्वविद्यालय) के संयुक्त तत्वावधान में 18 से 24 फरवरी 2025 तक आयोजित हुई, आज समापन सत्र और प्रमाण पत्र वितरण के साथ संपन्न हो गई।
इस कार्यशाला में प्रख्यात विशेषज्ञों प्रो. अनामिका रॉय, प्रो. ऋषिकांत पांडे, डॉ. माणिक चंद्र गुप्ता, डॉ. रमा कांत, डॉ. प्रचेतस और प्रो. हरि नारायण दुबे द्वारा छह व्यावहारिक व्याख्यान दिए गए। सात दिनों की इस अकादमिक यात्रा ने महाकुंभ के संदर्भ में प्राचीन प्रयाग के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, दार्शनिक, पुरातात्विक और भौगोलिक महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला में कुल 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया और समापन समारोह में अपने प्रमाण पत्र प्राप्त किए। इसमें सीएमपी डिग्री कॉलेज, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज, प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) विश्वविद्यालय, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोधार्थियों व विद्यार्थियों ने भाग लिया।