March 14, 2025

भारतीय रेलवे महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं के आने और वापिस जाने को सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है

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भारतीय रेलवे महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं के आने और वापिस जाने को सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है

प्रयागराज जंक्शन सहित प्रयागराज क्षेत्र के सभी आठ स्टेशन पूरी तरह चालू हैं; रेलवे ने तीर्थयात्रियों की निरंतर भीड़ को कम करने के लिए रविवार को 330 ट्रेनें और आज दोपहर 3 बजे तक 201 ट्रेनों का संचालन किया

केंद्रीय रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने 12 फरवरी, 2025 को माघी पूर्णिमा के अगले अमृत स्नान से पहले मौजूदा भीड़ की स्थिति और रेलवे की तैयारियों की समीक्षा की
Posted On: 10 FEB 2025 4:41PM by PIB Delhi
भारतीय रेलवे भारी भीड़ के बावजूद महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को लाने और वापस उनके घर पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है। एक दिन पहले मीडिया में आई एक गलत रिपोर्ट का खंडन करते हुए, केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया के माध्यम से देश को बताया कि प्रयागराज क्षेत्र के आठ अलग-अलग स्टेशनों से लगभग 330 ट्रेनों ने 12 लाख 50 हजार यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाया गया है। भले ही भीड़ कम नहीं हो रही है, लेकिन भारतीय रेलवे इन स्टेशनों से सिर्फ़ 4 मिनट से कुछ ज़्यादा समय में एक ट्रेन संचालन कर यह सुनिश्चित कर रहा है कि श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान के बाद प्रतीक्षा न करनी पड़े।

Yesterday, 12.5 lakh pilgrims were facilitated and a record 330 trains departed from Prayagraj Mahakumbh area stations. Today, 130 trains have departed from the mela area so far.
All Mahakumbh mela railway stations are operating smoothly. pic.twitter.com/XwuyROinR8

— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) February 10, 2025
माघी पूर्णिमा के अगले पवित्र अमृत स्नान से पहले, इन ट्रेनों की एक रेक एक ही यात्रा में औसतन 3780 यात्रियों की सेवा कर रही है, जो दर्शाता है कि भीड़ कम नहीं हो रही है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ, श्री सतीश कुमार ने जोनल और डिवीजनल रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक में स्थिति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से लोगों को कुशलतापूर्वक और पूरी क्षमता से सेवा देने के अपने सभी प्रयासों को मीडिया के ध्यान में लाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज जंक्शन के साथ 7 अन्य स्टेशन प्रयागराज छिवकी, नैनी, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूसी पूरी तरह कार्यरत हैं। निरंतर भीड़ के बावजूद, प्रयागराज क्षेत्र के इन 8 स्टेशनों से विशेष और नियमित ट्रेनें पूरी क्षमता से चल रही हैं। किसी भी अमृत स्नान से दो दिन पूर्व और दो दिन पश्चात केवल एक स्टेशन प्रयागराज संगम को बंद करना एक नियमित प्रक्रिया है। श्री सतीश कुमार ने जोर देकर कहा कि यह प्रयागराज जिला प्रशासन के सुझाव पर किया गया है और इससे पूर्व के पवित्र स्नानों और अमृत स्नान पर यह कदम उठाया गया था। उन्होंने मीडिया, भारतीय रेलवे के जनसंपर्क के क्षेत्रीय और मंडल कार्यालयों से आग्रह किया कि वे विशेष रुप से आस-पास के इलाकों में कथित यातायात जाम को देखते हुए श्रद्धालुओं को महाकुंभ शहर तक पहुंचने में सहायता करने के लिए अपने बड़े प्रयासों का प्रसार करें। एक तथ्य अनुसार आज दोपहर 3 बजे तक, प्रयागराज जंक्शन सहित 8 स्टेशनों से 9 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों को लेकर 201 से अधिक विशेष और नियमित ट्रेनें पहले ही रवाना हो चुकी थीं।

इससे पहले दिन में, सीआरबी और सीईओ श्री सतीश कुमार ने केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव को रेल भवन के वॉर रूम में प्रयागराज क्षेत्र में रेलवे सेवाओं के सुचारू संचालन के बारे में जानकारी दी, जहां सभी रेलवे स्टेशनों से सीसीटीवी कैमरा फुटेज देखे जा रहे हैं। दोनों ने भीड़ को देखते हुए स्थिति की समीक्षा की और माघी पूर्णिमा के अगले अमृत स्नान से पहले रेलवे की तैयारियों पर चर्चा की। बाद में, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने मीडिया और आम जनता से महत्वपूर्ण प्रयागराज जंक्शन पर सेवाओं के प्रभावित होने के बारे में कुछ मीडिया रिपोर्टों पर ध्यान ना देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आठ रेलवे स्टेशनों पर जाकर तथ्यों को आसानी से सत्यापित किया जा सकता है, जहां महाकुंभ के लोगो के साथ मेला विशेष ट्रेनें दिन-रात चल रही हैं। भारतीय रेलवे द्वारा एक सामान्य दिन में 330 ट्रेनें चलाना भारत के लोगों के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह संख्या गत माह मौनी अमावस्या के दिन 360 ट्रेनें संचालित करने के समान लोगों की भीड अपने ऐतिहासिक स्तर पर थी।

यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक रेलवे स्रोतों का संदर्भ लें तथा भ्रामक जानकारी से बचें।

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