तीन लाख देकर 3 करोड़ की जमीन नेता के परिवार ने करवा लिया बैनामा दाने-दाने को मोहताज बेचने वाला परिवार
तीन लाख देकर 3 करोड़ की जमीन नेता के परिवार ने करवा लिया बैनामा दाने-दाने को मोहताज बेचने वाला परिवार
*दिल्ली से लखनऊ तक की राजनीति में दखल रखते हैं इस दलित नेता के परिवार के लोग*
*जमीन का बैनामा होने के बाद दलित नेता के परिवार के लोगों की नियत तीन करोड़ रुपए में हो गयी खराब*
*कौशांबी।* जिले के एक बड़े दलित नेता के परिवार के कारनामे फिर इन दिनों सुर्खियों में है तीन करोड रुपए कीमत की जमीन को 3 लाख रुपए नगद देकर के बाकी रुपया बैनामा के बाद बैंक खाते में ट्रांसफर करने की बात करके गरीब विधवा महिला और उसके बेटे की एक बीघा आठ बिस्वा जमीन इन नेता के परिवार के लोगों ने अपने लोगों के नाम बैनामा करवा लिया है लेकिन बैनामा होने के बाद तीन करोड़ रुपए जमीन विक्रेता को नहीं दी गई है मामले में तहसील के कर्मचारियों की भी भूमिका सवालों के घेरे में है जिले में इन दिनों फिर एक बड़ा मामला एक दलित नेता का सुर्खियों में है इस दलित नेता के परिवार के लोग राजनीति में दिल्ली से लखनऊ तक दखल रखते हैं इनका बड़ा रुतबा है और इस दलित नेता के आगे पीछे बड़ा लंबा काफिला दिखाई पड़ता है।
चायल तहसील क्षेत्र के चंदीपुर गांव की गरीब विधवा चौरी पत्नी हनुमान प्रसाद वा उसके बेटे भगौती की एक बीघा 8 बिस्वा सड़क की जमीन आराजी संख्या 1156 अ और आराजी संख्या 1156 बा पर इस दलित नेता के परिवार के लोगों की नियत खराब हो गई और तीन करोड़ 15 लाख रुपए कीमत की इस जमीन में बातचीत के बाद सौदा तय हो गया और तीन लाख रुपए नगद देकर और छह छह लाख रुपए की दो चेक देकर रजिस्ट्री ऑफिस में पंजीकृत बैनामा दलित नेता के परिवार के लोगो ने झांसा देकर करवा लिया गरीब को यह बताया गया कि ज्यादा पैसा देने में इनकम टैक्स का लफड़ा होगा इसलिए रजिस्ट्री में कम कीमत दिखाएंगे बाद में पैसा दे देंगे गरीब इन नेताओं के परिवार के लोगो के शातिर झांसे को नहीं समझ सका और अपनी बेश कीमती जमीन गवा दिया 3 करोड रुपए घर चलकर बैंक में देने की बात जमीन बेचने वाले गरीब परिवार के लोगों से इस नेता के परिवार के लोगों ने कही थी लेकिन जमीन का बैनामा होने के बाद नेता के परिवार के लोगों की नियत तीन करोड़ रुपए में खराब हो गयी इस दलित नेता के परिवार के लोग तीन करोड़ रुपए जमीन बेचने वाले भगौती को देने से मुकर गए हैं उसे अपनी जमीन की वास्तविक कीमत भी नहीं मिल सकी झांसे के चलते वह ठगी का शिकार हो गया छह छह लाख की दी गई दी चेक भी बैंक से क्लियर नहीं हुई है और झांसा देकर चेक को भी वापस ले लिया जिसका बैनामा में जिक्र भी है लेकिन तीन करोड़ 15 लाख कीमत की जमीन पर दलित नेता के परिवार के लोगों ने गुंडो की फौज के साथ कब्जा करने का प्रयास शुरू कर दिया है पूरे परिवार को जानवर जैसे कुर्बानी कर देने की बात इस नेता के परिवार के लोग गरीब परिवार से कर रहे हैं और वह खुद कहते हैं कि मेरे घर के लोग सांसद विधायक हैं तुमको जिंदा नहीं रहने देंगे मामला डीएम वा पुलिस चौखट से लेकर अदालत की चौखट पर भी पहुंचा है लेकिन गरीब विधवा को अभी तक न्याय नहीं मिल सका है नेता के परिवार के लोगों के प्रभाव के आगे गरीब किसान न्याय के लिए परेशान है मामले में यदि शासन स्तर से जांच हुई तो बड़े नेताओं के बड़े कारनामों का खुलासा होना तय है।
जमीन पर गरीब परिवार का ही अभी कब्जा है खेती किसान कर वह परिवार की रोजी-रोटी चलाता है लेकिन तहसील के कर्मचारियों की साठगांठ से अपने हरवाह नौकर रामविलास पुत्र रामसेवक निवासी कौड़िहार रायबरेली के नाम बैनामा करवा लिया है जिस पर पीड़ित किसान दाखिल खारिज रोकने और बैनामा को निरस्त करने के लिए चायल तहसील गया वहां रामनरेश सरोज ने फिर गरीब किसान को ठग लिया दाखिल खारिज रुकवाने और बैनामा निरस्त करने के नाम पर गरीब किसान से 5 लाख रुपए ले लिया और उससे सादे कागज में हस्ताक्षर करवा लिया और अभिलेखों में 43 साल पुराना एक बैनामा सच हो या गलत दिखाते हुए भगौती और उसकी मां की जमीन को दाखिल खारिज करवा करके तहसील के कर्मचारियों की मिली भगत से रानी देवी के नाम दर्ज करवा दिया एक तरफ वह नेताओं के परिवार के लोगो से ठगी का शिकार हुआ दूसरी तरफ तहसील के कर्मचारियों की साठगांठ से राम नरेश सरोज की ठगी का शिकार हो गया उसकी दोनों चेक भी रामनरेश ने ले लिया और रानी देवी के नाम धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से आरजी खतौनी में नाम दर्ज करवा लिया मामले की शिकायत जिला अधिकारी से लेकर अदालत की चौखट तक फरियाद हुई है भगौती की जमीन का मामला बेहद गंभीर है यदि मामले में निष्पक्ष तरीके से जांच हुई थी इस बड़े नेता के परिवार के लोगों के चेहरे जहां उजागर होंगे वहीं फर्जी तरीके से दाखिल खारिज करवाने वाले रामनरेश उसकी पत्नी रानी देवी और तहसील के कर्मचारियों का भी चेहरा उजागर होगा मुकदमे दर्ज होंगे गिरफ्तारी होगी जेल जाएंगे लेकिन क्या इस गरीब भगौती के परिवार को न्याय मिल पाएगा और उसकी जमीन इन माफियाओं के चंगुल से बच पाएगी बड़ा सवाल खड़ा है।