धुंधी कटरा वरिष्ठ समाजसेवी व लेखिका श्रीमती रेखा सुनील चौरसिया का प्रशंसनीय व सराहनीय कार्य प्राचीन श्री राम जानकी मंदिर की मंत्रोच्चार के साथ किया पुनः प्राण प्रतिष्ठा
धुंधी कटरा वरिष्ठ समाजसेवी व लेखिका श्रीमती रेखा सुनील चौरसिया का प्रशंसनीय व सराहनीय कार्य प्राचीन श्री राम जानकी मंदिर की मंत्रोच्चार के साथ किया पुनः प्राण प्रतिष्ठा
प्रयागराज 10 वर्षों बाद आज भक्तों ने पुन मनाया जन्माष्टमी पुजारी ने छोड़ा मन्दिर ।मन्दिर में प्रवेश करके ट्रस्टी परिवार प्रमुख श्रीमती रेखा सुनील चौरसिया ने मंत्रोच्चार के साथ श्रीराम जानकी मन्दिर में अयोध्या से लाये वस्त्रों, पगड़ी एवम मिष्ठान से भव्यता से किया श्रृगार पूजन का प्रारंभ।अपने वक्तव्य में उन्होंने सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था एवम मातृ शक्ति को समानता के अधिकार के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
सभाषद 35 वर्ष वर्मा के कार्यकॉल में सभापति श्रीकिशन कसेरा के अथक प्रयास एवं मोहल्लेवासियों के सहयोग से पुजारी के परिवार द्वारा अतिक्रमण रामजानकी मन्दिर धुंधी कटरा मीरजापुर को अतिक्रमण मुक्त कराया गया और करीब 10 वर्षों बाद आज पुनः श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के शुभअवसर पर भक्तों ने मन्दिर में प्रवेश का भगवान का दर्शन पूजा कर धन्य हुए । मीडिया को बताते हुए सभापति श्रीकिशन कसेरा ने कहा कि हम पूरा प्रयास करते रहेंगे की जहाँ भी मेरे वार्ड में ऐसी कोई समस्या न रहे जिससे वार्ड परिवार को दिक्कतों का सामना करना पड़े जिस प्रकार आज हमें अपने समर्पण से यह जीत भक्तों के पक्ष में मिल पाई है मैं प्रभु राम से विनती करता हूँ हमको शक्ति दे कि मैं आगे भी जनता हित मे सेवादेता रहूं। उपस्थित अजय खत्री ने बताया कि हम सब मोहल्ले वासियों के लिए आज का दिन बड़ा विशेष रहा हमारे सक्रिय और जुझारू सभापति श्रीकिशन कसेरा के नेतृत्व में हमारे भगवान हमें वापस मिले , इन्होंने अपनी शालीनता का परिचय देते हुए असामाजिक पुजारी के हाथ से मन्दिर में और नगरपालिका स्कूल बंदा बैरागी में कब्जा करने वाले ढोंगी और गंदे आचरण वाले पुजारी परिवार से मुक्त कराया है । ट्रस्ट परिवार सदस्य श्री आलोक चौरसिया ने कहा कि हम मन्दिर के ट्रस्टी होने के नाते और सबकी सहमति से अब इस मंदिर में नए पुजारी की नियुक्ति करेंगे और मन्दिर व्यवस्थापक समिति का निर्माण करके भक्तों के सहयोग से मन्दिर का सुंदरीकरण और देख रेख की जिम्मेदारी बनाएंगे।
सभी भगवान राम , सीता और पूजा अर्चना कर भगवान से कामना की।