फर्जी बाबाओं की महाकुंभ में होगी नो एंट्री आचार्य महामंडलेश्वर बोले
फर्जी बाबाओं की महाकुंभ में होगी नो एंट्री आचार्य महामंडलेश्वर बोले
प्रयागराज आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि ने कई मुद्दों पर चर्चा की। आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज का कहना है कि सभी को महाकुंभ का बेसब्री से इंतजार है। साधु संतों के साथ-साथ देशवासियों और विदेश के लोग भी इस भव्य और दिव्या आयोजन का इंतजार कर रहे हैं। आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि इस बार का महाकुंभ कई मायनों में खास रहने वाला है।महाकुंभ के शाही स्नान की चर्चा करते हुए आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि शाही शब्द का इस्तेमाल प्राचीन काल से चला रहा है। अगर सभी अखाड़े के साधु संतों की सहमति शाही शब्द को बदलने की होगी तभी शब्द बदला जाएगा नहीं तो अभी इसकी कोई जरूरत नहीं है। फर्जी बाबाओं के मुद्दे पर अचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि जो लोग साधु संतों की भेष में साधु समाज को बदनाम कर रहे हैं उनको चिन्हित करना चाहिए और महाकुंभ के आयोजन में इनको कैंप लगाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। महाकुंभ से पहले जब भी सभी अखाड़ों की बैठक होगी तो इस मुद्दे को भी उठाया जाएगा उन्होंने बताया कि इस साल भी मां गंगा ने संगम स्थित बड़े हनुमान मंदिर को दोबारा नहलाया है, इसलिए महाकुंभ अब सफल होगा और दिव्य होगा। अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत नरेंद्र गिरी महाराज को याद करते हुए आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि इस बार के महाकुंभ में उनकी बेहद कमी खलेगी। नरेंद्र गिरी महाराज ने 2013 और 2019 का कुंभ मेला का सफल आयोजन करवाया था जिसमें किसी भी साधु संत और आम श्रद्धालुओं को समस्या नहीं हुई थी। हालांकि अबकी बार के महाकुंभ के आयोजन में उनकी बेहद कमी खलेगी।बता दें कि आचार्य महा महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज प्रयागराज के घूरपुर स्तिथ एनके चेरिटेबल अस्पताल के उद्घाटन में बतौर मुख्य अतिथि है। अस्पताल के उद्घाटन के बाद आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरि महाराज वाराणसी के लिए प्रस्थान करेंगे।