करमपुर से यूपी के हर खिलाड़ी को मेहनत करके सफलता पाने का गुरूमंत्र दे गए सीएम योगी, राजकुमार पाल को डीएसपी बनाने व दोनों खिलाड़ियों को 1-1 करोड़ देने का ऐलान
करमपुर से यूपी के हर खिलाड़ी को मेहनत करके सफलता पाने का गुरूमंत्र दे गए सीएम योगी, राजकुमार पाल को डीएसपी बनाने व दोनों खिलाड़ियों को 1-1 करोड़ देने का ऐलान
गाज़ीपुर सैदपुर क्षेत्र के करमपुर स्थित मेघबरन सिंह स्टेडियम में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम सकुशल संपन्न हो गया। इस क्षेत्र में किसी मुख्यमंत्री द्वारा पहली बार ऐसा हुआ कि वो तय प्रोटोकॉल से करीब 20 मिनट पहले ही पहुंच गए। इसके बाद मंच पर पहुंचे। जहां आयोजक पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह व अनिकेत सिंह द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। मंच पर आते ही उन्होंने भारत माता व अयोध्या के रामलला के साथ ही संस्थापक स्व. तेजबहादुर सिंह की तस्वीर पर पुष्प अर्पित की। इसके बाद हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह द्वारा मुख्यमंत्री को हॉकी देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री योगी ने संबोधित करते हुए तुलसीदास की पंक्ति से गाजीपुर जिले की तारीफ की। कहा कि स्व. तेजबहादुर सिंह के मार्गदर्शन में मेघबरन सिंह स्टेडियम से हॉकी सीखने वाले भारत माता के इन दो सपूत ललित उपाध्याय व राजकुमार पाल ने 1980 के बाद एक बार फिर से पूरी दुनिया में हॉकी के क्षेत्र में भारत का परचम लहराया है। दोनों खिलाड़ियों के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि वो पूरे प्रदेश की जनता व प्रदेश की सरकार की तरफ से इन दोनों खिलाड़ियों का हृदय से अभिनंदन करते हैं। कहा कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए ओलंपिक में भारत ने एक रजत व 5 कांस्य पदक जीते। कहा कि एक बार फिर से हॉकी में भारत का दिन आने वाला है। नीरज चोपड़ा सहित सभी पदक विजेताओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने तारीफ की। कहा कि ये सभी खिलाड़ी युवा ऊर्जा के धनी हैं। कहा कि टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली हॉकी की टीम के सभी सदस्यों को मेरे द्वारा बुलाकर उन सभी को 1-1 करोड़ रूपए की धनराशि देकर उनका सम्मान बढ़ाया गया था। कहा कि एक बार फिर से ऐसे ही सम्मान समारोह का आयोजन फिर से हम लखनऊ में करने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इन दोनों खिलाड़ियों ने जो ओलंपिक में कांस्य जीत में अपना सहयोग दिया है, उसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से दोनों खिलाड़ियों को 1-1 करोड़ रूपए देने की घोषणा की। कहा कि हम अन्य सभी खिलाड़ियों का भी सम्मान करेंगे। बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि ओलंपिक में यूपी के जिस किसी खिलाड़ी ने प्रतिभाग किया है, भले ही उसने मेडल न जीता हो, इसके बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार सभी प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को 10-10 लाख रूपए देकर उन्हें सम्मानित करेगी। कहा कि चाहे ओलंपिक हो, कॉमनवेल्थ गेम्स हो, नेशनल गेम्स हो, एशियन गेम्स या किसी तरह के नेशनल या इंटरनेशनल गेम्स हों, अगर कोई खिलाड़ी मेडल जीतकर सम्मान बढ़ाता है तो उसके मेडल के हिसाब से प्रदेश सरकार उसे सम्मानित करती है। इसके बाद स्वर्ण, रजत व कांस्य विजेताओं को मिलने वाली धनराशि के बारे में भी बताया। कहा कि ओलंपिक में स्वर्ण जीतने पर 6 करोड़, रजत पर 4 करोड़ व कांस्य पर 2 करोड़ रूपए देते हैं। कहा कि मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि उत्तर प्रदेश का जो भी खिलाड़ी देश व प्रदेश का नाम खेल के माध्यम से रोशन करता है, प्रदेश सरकार उसका हौसला बढ़ाती है। कहा कि हमने खेल नीति लागू कराई। पीएम मोदी की प्रेरणा से खेलो इंडिया आदि के माध्यम से हमने काम किया तो लोगों में खेल के प्रति जागरूकता बढ़ी। कहा कि प्रदेश सरकार निजी खेल एकेडमी को भी सहायता करेगी। कहा कि हमे खुशी है कि प्रदेश सरकार मेघबरन सिंह स्टेडियम को 5 करोड़ की सहायता देकर खेलों के विकास के क्षेत्र में काम करा रही है। कहा कि खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है कि अंतर्राष्ट्रीय के जो दिग्गज खिलाड़ी अवकाश ग्रहण कर चुके हैं, प्रदेश सरकार उन्हें हायर करके खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कराएगी। कहा कि इसके लिए ऐसे 50 खिलाड़ियों का चयन करके उन्हें डेढ़ लाख रूपए प्रतिमाह पर रखने की व्यवस्था की है। कहा कि जो खिलाड़ी जीवन लगा रहा है, उसके लिए सरकार भी खड़ी है। कहा कि इसी दिशा में हमने टोक्यो ओलंपिक में देश को मेडल दिलाने वाले ललित उपाध्याय को पिछले बार ही सीधे डिप्टी एसपी का पद दिया है। अब वो खेल भी रहे हैं और यूपी पुलिस का मान बढ़ाते हुए प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। कहा कि हमने क्रिकेट के लिए दीप्ति शर्मा को, एथलेटिक्स के लिए पारूल चौधरी को, शूटिंग के लिए अखिल श्योराण को व कबड्डी के लिए अर्जुन देशवाल को, इन सभी को हमने सीधे डिप्टी एसपी बनाया है। इसके साथ ही विजय यादव व दिव्या काकलन को नायब तहसीलदार के पद पर नौकरी दी है। बताया कि खिलाड़ी अर्जुन सिंह को यात्री कर अधिकारी के रूप में, एथलेक्टिस में प्राची व पुनीत कुमार को जिला युवा कल्याण अधिकारी पद पर नियुक्ति दी है। कहा कि ऐसे 500 खिलाड़ियों को यूपी पुलिस सहित अन्य विभागों में यूपी सरकार ने सरकारी नौकरी दी है। इसके बाद उन्होंने कहा कि अब बारी आ गई है राजकुमार पाल की। उनके इतना कहते ही पूरा पंडाल तालियों के शोर से गूंज उठा। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मां बाप की साधना पुत्र की उन्नति के रूप में सामने आती है। कहा कि मां बाप व स्व. तेजबहादुर सिंह की साधना का परिणाम ललित का खेल है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने मुंह से राजकुमार पाल के गरीबी में बीते बचपन का पूरा जिक्र किया। इसके बाद कहा कि इसका मतलब है कि अब राजकुमार पाल भी सीधे डिप्टी एसपी बनेंगे। उनके इस घोषणा के करते ही पूरे पंडाल में सभी लोग खड़े होकर तालियां बजाने लगे, वहीं आयोजक राधेमोहन सिंह सहित राजकुमार, उनकी मां मनराजी देवी सहित उनके पूरे परिवार के लोग खड़े होकर मुख्यमंत्री का आभार जताने लगे। इस घोषणा के काफी देर तक पंडाल गूंजता रहा। कहा कि आज उनकी मां की साधना साकार हुई और उनके स्वर्गीय पिता जहां भी होंगे, वो खुश होंगे। इतना कहते ही एक बार मुख्यमंत्री योगी की आवाज भावुक होकर भर्रा गई, लेकिन फिर उन्होंने खुद को संयत करते हुए आगे की बात कही। कहा कि इसीलिए मैं कहने आया हूं कि प्रधानमंत्री खेलो इंडिया के तहत जब वो खेलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं तो इसके पीछे उद्देश्य होता है कि जब आप देश के लिए खेलेंगे तो देश आपके लिए जान लगा देगा। कहा कि आज हमने तय किया है कि हर जिले में स्टेडियम, हर ब्लॉक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम, हर ग्राम पंचायत में खेल का मैदान हो। खेलकूद की गतिविधियां आगे बढ़े, इसके लिए गांवों में युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करा रहे हैं। यही कारण है कि आज हमारे पास दो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 13 कुश्ती हॉल, 84 स्टेडियम 67 हॉल, 13 कुश्ती हॉल, 15 सिंथेटिक हॉकी मैदान, 47 अत्याधुनिक जिम, 20 सिंथेटिक टेनिक कोर्ट, 16 छात्रावास भवन, 2 जूडो हॉल, 2 इंडोर वॉलीबाल हाल, 6 शूटिंग रेंज आदि हैं, जिन्हें खिलाड़ी उपयोग कर रहे हैं। कहा कि हम 18 जनपदों में 16 खेलों में 44 छात्रावासों का संचालन भी कर रहे हैं। लखनऊ, गोरखपुर व इटावा में 3 स्पोर्ट्स कॉलेज संचालित हैं। खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार की व्यवस्था भी की गई है। पुरस्कृत खिलाड़ियों व कोच को 20 हजार रूपए प्रतिमाह देती है। प्रदेश में जो उच्च खिलाड़ी अशक्त हैं, उन्हें सरकार प्रतिमाह आर्थिक सहायता देती है। अंत में कहा कि मुझे पता है कि यहां पर बारिश के कारण कीचड़ फैला है और दलदल है, इसके बावजूद आप सभी आए और आपका जबरदस्त उत्साह दिख रहा है। करीब 30 मिनट तक संबोधन के बाद मुख्यमंत्री ने भारत माता की जय के नारे से अपना संबोधन समाप्त किया। इसके बाद सामने आकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया और हेलीपैड की तरफ रवाना हो गए। इसके करीब 12 मिनट बाद उनका हेलीकॉप्टर रवाना हो गया। उनके संबोधन के पूर्व खेल मंत्री गिरीश यादव, पूर्व मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने भी संबोधित किया। इधर मुख्यमंत्री के मंच पर आगमन के पूर्व आगमन पर हेलीपैड पर प्रदेश के खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव सहित आयोजक राधेमोहन सिंह ने उनकी आगवानी की। इसके बाद वहां मौजूद भाजपा नेताओं ने उन्हें फूल देकर स्वागत किया। वहां से वो ग्रीन रूम में पहुंचे और वहां मौजूद राधेमोहन सिंह के परिवार के सभी सदस्यों से मुलाकात की। इस मौके पर आयोजक राधेमोहन सिंह, अनिकेत सिंह व रमाशंकर सिंह हिरन सहित पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत, पूर्वांचल विवि की कुलपति, जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, एमएलसी विशाल सिंह, पूर्व विधायक सुभाष पासी, विजय मिश्र, अक्षर फाउंडेशन अध्यक्ष रीना पासी, राकेश त्रिवेदी, सरोज कुशवाहा, कृष्णबिहारी राय, पारसनाथ राय, शिवपूजन राम, डॉ. केदार सिंह आदि रहे। अध्यक्षता रामतेज पांडेय व संचालन मेघबरन सिंह पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नागेंद्र पाठक ने किया।