हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज के खिलाफ प्रदेशव्यापी आंदोलन
सोमवार को स्वत: संज्ञान लेकर मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर ने वकीलों के प्रकरण पर सुनवाई की थी। घंटों चली बहस के बाद कोर्ट ने एसआईटी में पूर्व जज हरिनाथ पांडेय को शामिल करने के सरकारी सुझाव पर अपनी मुहर लगाते हुए वकीलों से काम पर लौटने की अपील की थी। असंतुष्ट वकीलों के रवैये को देख उन्होंने दो टूक कहा था कि मंगलवार से अदालतें काम करेंगी। हालांकि देर रात चले मंथन के बाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय ले लिया।
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की मांगों के समर्थन में हाईकोर्ट, जिला कचहरी समेत अन्य अर्ध न्यायिक अदालतों में बार एसोसिएशन से जुड़े वकीलों ने काम नहीं किया। अदालतों में जज समय से बैठे। सरकारी वकीलों की मौजूदगी में सूचीबद्ध मुकदमों की पुकार भी हुई, लेकिन अधिकांश मामलों में वादियों की ओर से वकील पेश नहीं हुए। सुनवाई अगली तिथि तक टाल दी गई।
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रिपोर्ट सहयोगी विनोद कुमार