लेखपाल के द्वारा अजीबो गरीब खेल इकलौते बेटे को उसके मृत माँ का बेटा होने से किया बेदखल
लेखपाल के द्वारा अजीबो गरीब खेल इकलौते बेटे को उसके मृत माँ का बेटा होने से किया बेदखल
लेखपाल के द्वारा अजीबो गरीब खेल इकलौते बेटे को उसके मृत माँ का बेटा होने से किया बेदखल
मुज्बे विश्वाश है मुझे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही न्याय दिलाएंगे — पीड़ित
सोनभद्र जिले के ओबरा तहसील में एक ऐसा अजीबो गरीब मामला देखने को मिला जिसमें एक मां को उसके इकलौते बेटे होने से लेखपाल के द्वारा कागजों पर बेदखल खारिज कर दिया गया है। जिसके बाद बेटा मां के संपत्ति से बेदखल हो गया है अब बेटा अपने आप को अपनी मृत हो चुकी मां का बेटा साबित करने के लिए कभी तहसील दिवस पर तो कभी थाना दिवस पर तो कभी एसडीएम ओबरा के यहां तो कभी डीएम के यहाँ चक्कर लगा लगा कर थक गया है अब उसे आखिरी उम्मीद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से है । क्षेत्र में जमीन का एक बड़ा रैकेट चल रहा है । सबसे ज्यादा मामले सोनभद्र में देखने को मिला है इसी जमीन के मामले में घोरावल क्षेत्र के उम्भा गांव में नरसंहार हो चुका है जिसमे 11 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दिया गया था जबकि 29 लोग गोली लगने से घायल हो गए थे।
जी हां सारा मामला एक जमीन के टुकड़े को लेकर है दरअसल अजय कुमार पासवान मृत हो चुकी मंजरी देवी का इकलौता बेटा है। स्व0 मंजरी देवी की मौत मई माह में लंबी बीमारी के चलते हो चुका है। जिसके बाद असली खेल शुरू हुआ कोन थाना क्षेत्र के ख़ेमपुर गांव के लेखपाल अरविंद यादव और कुछ दबंगों के द्वारा स्व. मंजरी देवी के जमीन के एक दुकड़े को लेकर उनके बेटे अजय कुमार पासवान को जमीन से बेदखल करने के लिए कागजों स्व. मंजरी देवी के पुत्र को कागजों में खारिज कर दिया गया। यह जमीन सड़क किनारे होने की वजह से बहुत महंगी है।
वही पीड़ित अजय कुमार पासवान ने बताया कि मैं अपने मां स्व. मंजरी देवी का इकलौता बेटा हूं आप कुटुम्ब रजिस्टर और जमीन के खतौनी पर मेरी मां के साथ मेरी पत्नी व बच्चों का नाम जुड़ा है। मेरी मां स्व. मंजरी देवी 29 मार्च को लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई थी। जिसके बाद लेखपाल और कुछ दबंगों का खेल शुरू हो गया। जिसमें हमारी मां के द्वारा आठ बीघे के चक में से 4.2 बीघे सिंगार चंद पुत्र पांचू के नाम बेच दिया गया। जबकि मां के द्वारा ही एक बीघे जमीन नागेंद्र पुत्र केशर पासवान को और 1.03 बीघा जमीन रामभजन पुत्र कैलाश को बेच दिया गया था बाकी शेष दो बीघा जमीन जो मेरी मां के नाम है उसी जमीन पर लेखपाल अरविंद यादव के द्वारा दबंगों को कब्जा दिलाने के लिए बड़ा खेल खेला गया।
इस खेल में लेखपाल अरविंद यादव ने मेरी मां के मौत के बाद मुझे कागजों पर मंजरी देवी के पुत्र होने से खारिज करते हुए मुझे जमीन से बेदखल कर दिया गया। जब इसकी जानकारी मुझे हुई तब मैं तहसील दिवस, थाना दिवस, डीएम व एसडीएम ओबरा के आफिस के चक्कर लगा लगा कर थक गया। पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
अजय पासवान ने बताया कि आप गांव के परिवार रजिस्टर और जमीन के खतौनी पर खुद देख सकते हैं कि मेरी मां के साथ मेरी पत्नी मेरे बच्चों का नाम जुड़ा हुआ है। हम हाथ जोड़कर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ मांगते है कि मेरी जमीन मुझे दिलाई जाए और इस लेखपाल अरविंद यादव के खिलाफ कार्यवाही किया जाए। मैं हाथ जोड़कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगता हूँ मुझे विश्वाश है योगी जी हमे न्याय दिलाएंगे।
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रिपोर्ट मनोज सिंह राणा