रामायण ऐसा पवित्र ग्रंथ है जो मानव को आदर्श रूप में जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करता है- डॉक्टर विभा मिश्रा
रामायण ऐसा पवित्र ग्रंथ है जो मानव को आदर्श रूप में जीवन जीने का मार्ग प्रशस्त करता है- डॉक्टर विभा मिश्रा
प्रयागराज अंतर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान, अयोध्या (संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश) एवं जिला प्रशासन, प्रयागराज तथा रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर, प्रयागराज के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय “रामायण” बाल रंग उत्सव का द्वितीय दिवस रामायण पर आधारित झांकी प्रतियोगिता से प्रारंभ हुआ l आज के कार्यक्रम को दो भागों में बांटा गया था l पहले चरण में झांकी प्रतियोगिता एवं दूसरे चरण में लोकनृत्य का कार्यक्रम संपन्न हुआ l पहले चरण के मुख्य अतिथि पंकज जायसवाल (अध्यक्ष शाषी निकाय ,आर्य कन्या डिग्री कॉलेज) अध्यक्ष बांके बिहारी पांडे (प्रधानाचार्य) एवं विशिष्ट अतिथि डॉ रंजना त्रिपाठी (असिस्टेंट प्रोफेसर संगीत विभाग, आर्य कन्या पीजी कॉलेज) रही, तथा दूसरे चरण की मुख्य अतिथि डॉक्टर विभा मिश्रा (चेयरमैन ,स्किल डेवलपमेंट,(एयूपीसीसी) अध्यक्ष गुलाम सरवर (पांडुलिपि अधिकारी, संस्कृति विभाग) एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में राकेश वर्मा (टेक्निकल असिस्टेंट, संस्कृति विभाग) रहे lकार्यक्रम के समन्वयक मनोज गुप्ता ने बताया कि उक्त आयोजन में रामायण के विभिन्न पात्रों ( श्री राम, लक्ष्मण, भरत, माता सीता, कौशल्या, शबरी, जटायू तथा हनुमान सहित आदि पात्रों ) पर आधारित झांकी प्रतियोगिता में लगभग 200 छात्र छात्राओं ने सहभागिता की l जिसमें प्रथम स्थान अभिषेक कनौजिया ने, द्वितीय स्थान विप्रा केसरवानी ने एवं तृतीय स्थान अविका ने तथा इशिका गुप्ता और आरूही त्रिपाठी ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया lप्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार पाने वाले प्रतिभागियों को दोनों चरण के सम्मानित अतिथियों के कर कमलों द्वारा स्मृति चिन्ह के साथ-साथ नकद पुरस्कार से भी सम्मानित किया एवं समस्त भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया l झांकी प्रतियोगिता के निर्णायक आरुषि द्विवेदी, लक्ष्मी सिंह एवं गिरजेश सिंह रहे lइस अवसर पर पहले चरण के मुख्य अतिथि पंकज जयसवाल ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का चरित्र अनुकरणीय है उनका पूरा जीवन आदर्श एवं प्रेरणा से भरा है इस धरा पर अवतरित होकर उन्होंने साधु संतों तथा अपने भक्तों की रक्षा तथा लोगों को सत्य के पद पर चलने का संदेश दिया उनके बताए रास्ते पर चलकर ही अपना तथा समाज व राष्ट्र का कल्याण कर सकते हैं, तथा आपसी एकता व अखंडता को कायम रख सकते हैं l इसी क्रम में कार्यक्रम के दूसरे चरण की मुख्य अतिथि डॉक्टर विभा मिश्रा ने बताया कि भगवान श्री राम का जीवन चरित्र हमें आदर्श जीवन व्यतीत करने के लिए प्रेरित करता है, भगवान श्री राम ने पिता की आज्ञा का पालन, माता के प्रति स्नेह, भाई बंधुओं के प्रति प्रेम व पत्नी का सम्मान, कठिन परिस्थितियों में भी सहजता से निर्वहन किया, वास्तव में रामायण एक ऐसा पवित्र ग्रंथ है जो मानव को आदर्श रूप में जीवन जीने के लिए मार्ग प्रशस्त करता है l विद्यालयों में इतने प्रेरणादायी कार्यक्रम के लिए मैं संस्कृति विभाग को साधुवाद देती हूं lकार्यक्रम के दूसरे चरण में दीपशिखा एवं सखियों वंशिका,पायल,अंशिका,ऐश्वर्या नाथ,राधिकापाल,प्राची,नंदिनी,कशिश एवं पंखुड़ी ने आकर्षक लोकनृत्यों के माध्यम से कजरी, चैती, ढेडिया,कालबेलिया की छटा को आकर्षक रूप में प्रस्तुत करके सबको भाव विभोर कर दिया l
झांकी प्रतियोगिता का संयोजन साधना यादव ने किया, विद्यालय के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने कलाकारों सहित समस्त अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह से तथा कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन कार्यक्रम के समन्वयक मनोज कुमार गुप्ता ने किया l