भाजपा संविधान का सम्मान करती तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पद से हटा देती – अरशद अली
भाजपा संविधान का सम्मान करती तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पद से हटा देती – अरशद अली
कांवड़ यात्रा रूट की दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के योगी सरकार के आदेश पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना लिया है. इस कड़ी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम के निर्देश पर पूरे प्रदेश की तरह प्रयागराज में भी अभियान शुरू किया है.
*फलों के ठेलों पर संविधान की प्रस्तावना की फोटो लगाते अल्पसंख्यक कांग्रेस के पदाधिकारि* .
प्रयागराज :उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग की ओर से बृहस्पतिवार को प्रयागराज की रेलवे स्टेशन रोड और नखासकोना चोक रोड, नुरूल्ला रोड पर फल विक्रेताओं के ठेलों पर संविधान की प्रस्तावना के फोटो लगाकर देश की एकता को मजबूत करने का संकल्प लिया.
इस दौरान अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष अरशद अली ने कहा कि योगी सरकार का फल के ठेलेवालों से धार्मिक पहचान उजागर करने का आदेश संविधान विरोधी था. फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है. यह संविधान के सर्वोच्चता को स्थापित करने वाला फैसला है.
इसके बाद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए या भाजपा को उन्हें हटा देना चाहिए.
फलों के ठेलों पर संविधान की प्रस्तावना की फोटो लगाने निकले कांग्रेस.
शहर अध्यक्ष अरशद अली ने कहा कि अल्पसंख्यक कांग्रेस पूरे प्रदेश में खासकर कांवड़ यात्रा के रूट पर संविधान की प्रस्तावना के फोटो फल के ठेलों पर लगाएगी और यह संदेश देगी की भाजपा सरकार द्वारा समाज को विभाजित करने का कोई भी षड्यंत्र कांग्रेस कामयाब नहीं होने देगी. उन्होंने कहा कि भाजपा दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों की राजनीतिक एकता से डरी हुई है और इसे तोड़ने के लिए ही तरह तरह के संविधान विरोधी काम कर रही है.
अरशद अली ने कहा कि विविधताओं से भरे इस देश में संविधान ही सबको एक सूत्र में जोड़ता है. हमारा संविधान धार्मिक पहचान के बजाए नागरिकों को ‘हम भारत के लोग’ के बतौर परिभाषित करता है. जबकि भाजपा ‘हम भारत के लोग’ को धर्म, जाति, नस्ल और गोत्र में बांटना चाहती है. योगी सरकार का धार्मिक पहचान सार्वजनिक करने का फरमान इसी संविधान विरोधी षडयंत्र का हिस्सा था जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है।
इस मौके पर पिछड़ा वर्ग शहर अध्यक्ष मो हसीन, तालिब अहमद, नफीस कुरैशी, गोपाल शास्त्री, हाजी सरताज,जाहिद नेता, मो खालिद रजा, महफूज अहमद, गुलाम वारिस, मुख्तार अहमद, बिलाल खान आदि मौजूद रहे।