हरा या पीला नहीं लाल होता है मियाजाकी आम… 70 से 80 हजार रुपये होती है 1 किलो की कीमत
हरा या पीला नहीं लाल होता है मियाजाकी आम… 70 से 80 हजार रुपये होती है 1 किलो की कीमत
प्रयागराज आम एक मौसमी फल है, जो खासतौर पर गर्मियों के मौसम में होता है. इसकी कई प्रजातियां होती है. जिसमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा और अलफॉन्सो इत्यादि शामिल है. जो स्वाद और गुणों के कारण काफी मशहूर है. यही नहीं फलों का राजा भी कहलाता है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी आम के बारे में बताने जा रहे हैं जो दुनिया का सबसे महंगा आम है. ढकनिया गांव के पुत्र मुकेश कुमार, नीतीश कुमार और राम कुमार ने इसके बारे में बताया. उन्होंने कहा कि उन्हें पेड़ पौधे लगाने का शौक था. ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी हासिल कर साल 2021 में जापान से इस प्रजाति के पौधे को मंगवाया था. पिछले तीन साल से इसमें फल आ रहा है. इस साल 25 से 30 फल लगे थे. अब फल पकने की कगार पर आ गया है. इस महीने के आखिर तक टूटेगा. उन्होंने आगे यह भी बताया कि उनके पिता जी की इच्छा थी कि जब भी कोई उनके बगीचे में आए तो वह नायाब किस्म के फल के पौधे और फल को देख सके. करीब 3 एकड़ में आम की लगभग सभी तरह की प्रजाति जिसमें मियाकाजी, ब्लैक स्टोन, सीड लेस मिलती हैं.
बगीचे की रखवाली के लिए सीसीटीवी कैमरा और कुत्ते रखे हुए हैं. भारत में इसकी कीमत करीब 70 से 80 हजार रुपए प्रति किलो है. वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत दो से ढाई लाख रुपए/किलो है. ये सबसे महंगी आम की किस्म है. इसे ‘तइयो-नो-तमागो’ या ‘एग्स ऑफ सनशाइन’ के नाम से बेचा जाता है. आम की दूसरी किस्में हरे और पीले रंग में होती हैं, लेकिन इसका रंग गहरा लाल है. इसका आकार डायनासोर के अंडे की तरह दिखता है. ये आम जापान में उगाया जाता है. मियाजाकी आम का नाम जापान के एक शहर ‘मियाजाकी’ के नाम पर रखा गया है. जहां इस फल को मुख्य रूप से उगाया जाता है.
इस एक आम का वजन लगभग 350 ग्राम होता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे गुण होते हैं. इसमें शुगर 15% या अधिक होती है. विशेषज्ञों के अनुसार, इस किस्म की खेती के लिए तेज धूप और ज्यादा बारिश की जरूरत होती है. ये फल अप्रैल और अगस्त के महीनों के बीच होता है. ये जापान में बिकने वाले सबसे महंगे फलों में से एक है. दूसरे देशों में निर्यात किए जाने से पहले, इन आमों की सख्त जांच और परीक्षण किया जाता है. ये किस्म जापान, थाईलैंड, फिलीपींस और भारत के बैंगलोर में उगाई जाती है. दुनिया भर में उपलब्ध आम की अन्य महंगी किस्मों में कोहितूर शामिल है. ये भारत के सबसे महंगे आमों में से एक है. इसे पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में उगाया जाता है. ये 1500 रुपए प्रति पीस तक बिकता है. इस आम की एक खास महक और स्वाद होता है. इसमें कुछ प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और बीटा-कैरोटीन और फोलिक एसिड जैसे दूसरे केमिकल कंपाउंड पाए जाते हैं. इस आम से जुड़ी एक और अच्छी बात यह है कि यह कैंसर के खतरे को कम करने के लिए भी जाना जाता है. इसमें जिंक, कैल्शियम, विटामिन-सी, विटामिन-ई, विटामिन-ए और विटामिन-के के अलावा कॉपर व मैग्नीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं. अगर आप कब्ज, अपच या अन्य पेट से जुड़ीं समस्याओं से पीड़ित रहते हैं, तो आपको इस आम का सेवन करना चाहिए. गर्मियों में इसके सेवन से आपको पाचन को बेहतर बनाने इन विकारों से बचने में मदद मिल सकती है. अगर आप इस आम का सेवन करते हैं, तो आपको अपने इंसुलिन लेवल को लेकर टेंशन नहीं लेनी चाहिए. गर्मियों में इस आम को खाने से आपको खून में इंसुलिन लेवल को नॉर्मल रखने में मदद मिल सकती है. अगर आप मियाजाकी आम पसंद करते हैं, तो आपको बता दें कि यह आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हो सकता है.