शहर के बीचोबीच युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 60 साल के मास्टरमाइंड समेत 11 गिरफ्तार
शहर के बीचोबीच युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 60 साल के मास्टरमाइंड समेत 11 गिरफ्तार
गाजीपुर। स्थानीय पुलिस व क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने युवाओं को गुमराह करके नशे के आदी बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना सहित नशे के 11 सौदागरों को गिरफ्तार कर लिया है। टीम ने सूचना के आधार पर महुआबाग से 11 संदिग्धों को धर दबोचा। सख्ती से पूछताछ में वो सभी एक बड़े गिरोह के सदस्य व सरगना निकले। उनकी निशानदेही पर पुलिस को भारी मात्रा में नशीली दवाईयाँ, इंजेक्शन व नकदी बरामद हुए। नशीले इंजेक्शन के 2-2 एमएल के 210 वॉयल बुप्रीरेज (बुप्रीनारफीन) इंजेक्शन, 10-10 एमएल के 30 शीशी ऐविल इन्जेक्शन, 560 सुई और 180 सीरींज बरामद हुए। साथ ही मौके से 12 हजार रूपए भी मिले। सभी शातिरों को थाने लाया गया। उन्होंने अपना नाम धीरेन्द्र त्रिपाठी पुत्र स्व. सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी निवासी महुआबाग, छट्ठू राम पुत्र हरेन्द्र राम निवासी टड़वा यूसुफपुर मोहम्मदाबाद, सोनू पासवान पुत्र सुरेश पासवान निवासी नवापुरा यूसुफपुर मोहम्मदाबाद, अजय चौबे पुत्र स्व. ओमप्रकाश चौबे निवासी राजापुर करीमुद्दीनपुर, सत्या डोम पुत्र हलवाई डोम निवासी ताड़ीघाट सुहवल, रोहित पुत्र स्व. पटकू निवासी खुदाईपुरा सदर, सुजीत कुमार पुत्र मुन्नू निवासी चीतनाथ छवलका इनार, सद्दाम पुत्र रफ्फी अहमद निवासी सराय की गली सदर, राजेश पुत्र अजय निवासी टड़वा कालोनी यूसुफुपुर मोहम्मदाबाद, शेरू पुत्र लल्लू निवासी नवाब फाटक सदर व संतलाल पुत्र जिउत राम निवासी कलेक्टर घाट सदर बताया। पकड़े गए तस्करों में धीरेंद्र त्रिपाठी की उम्र 60 साल है। इस उम्र में इस तरह के काम करने पर लोग उसकी थू-थू कर रहे हैं। पूछताछ में बदमाशों ने कि वो ये नशीली दवाएं कम कीमतों पर बिहार से लाते हैं और यहां नशे के लतियों को बेचते हैं। सभी को जेल भेज दिया गया है।