डेढ़ दर्जन से अधिक बेजुबानों की मौत जिम्मेदार कौन
डेढ़ दर्जन से अधिक बेजुबानों की मौत जिम्मेदार कौन
सिद्धार्थनगर जिले में गौशाला परिसर में ही बना हुआ डेढ़ दर्जन से अधिक बेजुबानों का कब्र।
अधिकारियों की मिलीभगत से कब्र को छिपाने के लिए डाला गया है पुआल ।
एक तरफ जहां शासन और प्रशासन से गोवंशी पशुओं की सुरक्षा व सरंक्षण के लगातार आदेश दिए जा रहे हैं, तो वहीं केंद्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार इस पर ताल ठोकने में भी पीछे नहीं हटती लेकिन यहां के जिमेदार अधिकारियों को कोई खबर ही नहीं हैं योगी सरकार की निगरानी में डुमरियागंज विकाश खण्ड के पुरैना में बने अस्थाई गोशाला की हालत बद से बदतर दिखाई दे रही है। बेजुबान भूख व प्यास के चलते बीमार होकर काल के गाल में समा रहे हैं। जिम्मेदार कभी झांकने नहीं आते। यहां भूख और प्यास के चलते जब से प्रारंभ हुआ करीब डेढ़ दर्जन से अधिक बेजुबानों की जान जा चुकी है तो वही कितने बेजुबान भूख और प्यास से अपनी जिंदगी के जंग लड़ रहे हैं । गौशाला में ना तो पानी पीने की व्यवस्था है ना ही सही ढंग से खाने की व्यवस्था है इस संबंध में पुरैना गौशाला के केयर टेकर मेघु ने बताया है कि बाल्टी में भर कर पिलाते हैं तो वहीं गौशाला में पानी पीने के लिए बनाया गया गढ्ढा भी सुखा हुआ मिला इतना ही नहीं गौशाला परिसर में किसी भी नादे में ना तो पानी की व्यवस्था मिली और ना ही बिजली का कोई व्यवस्था मिला।कागज में मौजूद 27 गौवंश है तो परिसर में 21 गौवंश के कब्र किसके हैं। वहीं एक गौवंश जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं, तो एक मृत मिली जिसको छिपाने के लिए वारदान से ढका मिला कमियां छिपाने के लिए अधिकारी कुछ भी कहने से कन्नी काट रहे हैं। इस संबंध में पशु डॉक्टर राजेश कुमार चौधरी ने बताया है कि एक गाय मृत्यु मिली है और एक बीमार है मौत का कारण पेट ना भरना। इस संबंध में डुमरियागंज के विकासखंड अधिकारी अमित सिंह, ने बताया है वहां विद्युत व्यवस्था नहीं है और एक गोवंश की मौत हुई है ।
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रिपोर्ट बजरंगी प्रसाद चौधरी