नाले के पानी में माघ मेला का होगा स्नान ?
नाले के पानी में माघ मेला का होगा स्नान ?
प्रयागराज । आज हमारे देश में प्रदेश में भगवा राज्य है और भारत सरकार ने गंगा स्वच्छता अभियान के तहत अरबों रुपए खर्च कर चुकी है वही गंगा आज भी जस की तस है जबकि अभी कुछ दिन पहले योगी सरकार के जलशक्ति मंत्री ने कहा था कि माघ मेला 2025 में होने वाले कुंभ मेले की तैयारी की रिहर्सल के रूप में देखा जा रहा है बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि माघ मेला में स्नार्थी पहुचने लगे है मेले की तैयारी भी लगभग पूरी हो आई है लेकिन गंगा का पानी दूषित बदबूदार कीड़े युक्त जल का अंबार लगा हुआ है कारण प्रयाग में छोटे बड़े फूल 392 नाले गंगा की धारा में समाहित होते हैं जिस पर मेला प्रशासन ने कहा था कि इन को बंद कर दिया जाएगा जिससे गंदे नाले के पानी गंगा में ना जा सके वही सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बक्शी बांध चांदपुर सलोरी के नाले का मल मूत्र लिफ्ट गंदा पानी गंगा जी में समाहित हो इस पर मेला प्रशासन अपनी आंख पर चुप्पी साधे हुए हैं ब्रम्हचारी बन संत समाज में आक्रोश व्याप्त है वही गंगा में पानी कम होने की बात भी सामने आ रही है।
अभी तक गंगा में पर्याप्त मात्रा में जल नहीं आया है मेला प्रशासन का कहना है कि कानपुर से पानी छोड़ा गया है जो जल कानपुर से आ रहा है वह दुर्गंधयुक्त काला पानी है वही प्रयाग में स्थित रामघाट पर जानवरों के साथ नजर आ रहे हैं और उनके मांस को नोचते कुत्ते कुत्ते माहौल को भयानक बना रहे हैं।
ये आलम हर मेला में रहता है अधिकारी अपने मस्त रहते है, न नगर निगम ध्यान देता है न ही मेला प्रशासन इस पर ध्यान देता है। जब कि सरकार बड़े बड़े दावे करती है। जबकि गंगा को स्वक्ष रखने के लिये अरबो रुपया खर्च हो चुका है लेकिन आज भी बेचारी गंगा दूषित है।
अब देखना हैकि स्नान पर्व के पहले क्या नाले बंद किये जायेंगे या गंदे पानी में ही लोग स्नान करेंगे।
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रिपोर्ट सहयोगी विनोद कुमार