मजबूरी – जान जोखिम में डालकर स्कूली बच्चों समेत अन्य लोग पार करते रेलवे ट्रैक
मजबूरी – जान जोखिम में डालकर स्कूली बच्चों समेत अन्य लोग पार करते रेलवे ट्रैक
जान जोखिम में डालकर लोग पार कर रहे रेलवे टैक।
मजबूरी – जान जोखिम में डालकर स्कूली बच्चों समेत अन्य लोग पार करते रेलवे ट्रैक
सोनभद्र के विकास खंड चोपन के ग्राम पंचायत पनारी व कड़िया गांव में विगत कई वर्षों से आज तक लोग का एक मात्र साधन रेलवे टैक पार कर ओबरा या चोपन ब्लाक पर पहुंचने का है। लगभग दो दर्जन गांव के लोग शहरी या जिला मुख्यलय से सीधे जुड़ने के लिए एक मात्र साधन बन गया है। वही इन गांवों के स्कूली बच्चे व रोज ड्यूटी पर जाने वाले लोग रोज अपने जान को जोखिम में डालते हैं। जबकी स्थानीय लोगों द्वारा डीएम, डीआरएम, विधायक व सांसद व अब वर्तमान सरकार के मंत्री संजीव गौड़ को लिखित शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होने पर लोग आज आंदोलन का मन बना रहे हैं।
वही जनता के मांग को लेकर के अपना दल (एस) के प्रदेश सचिव रविंद्र सिंह यादव ने कई बार जिले के आला अधिकारियों, विधायक, मंत्री व अपना दल ( एस) के ही संसद को कई बार लिखित अवगत करा चुके है। पर अब तक कोई सुनवाई नहीं होने के बाद आज रविंद्र सिंह यादव ने स्थानीय लोगों के साथ प्रदर्शन किया और जल्द रेलवे पासिंग बनाने की मांग की है।
रविंद्र सिंह यादव ने बताया की पत्र के माध्यम से जिले के जिला अधिकारी, रेलवे विभाग के अधिकारी DRM , ओबरा विधानसभा के विधायक मंत्री संजीव गौड़ व।जिले के सांसद पकौड़ी लाल कोल सभी को पत्र के माध्यम से एक बार नहीं चार – चार बार अवगत कराया जा चुका है। उनके द्वारा सिर्फ आश्वासन मिला है आज धीरे-धीरे करीबन 3 साल हो गए संघर्ष करते हुए लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। जब भी मिला है तो झूठा आश्वासन मिला है रेलवे क्रॉसिंग अंडरपास या ओवर ब्रिज ना होने के वजह से जनता आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रही है। एक्सीडेंट हो रहा है मोटरसाइकिल से लोग गिर कर चोटिल हो रहे है।
इसी रास्ते से छोटे-छोटे बच्चे बच्चियां माताएं बहने बुजुर्ग सभी आते जाते हैं उनके ऊपर भी दुर्घटना की शंका हमेशा बनी रहती है क्रॉसिंग के अभाव में क्षेत्र में ना तो एंबुलेंस पहुंच पाती है। यहां के जनता को यातायात का कोई सुविधा नहीं मिल पता है क्षेत्र का समूचा विकास रुक गया है। अगर जल्द क्रासिंग के समस्या को निदान के नही होता तो विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार से मांग किया जायेगा । हम लोग इसी रेलवे ट्रैक पर धरना देने के लिए बाध्य हो जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
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रिपोर्ट मनोज सिंह राणा