दीपावली शिल्प मेला का आगाज कल से, शिल्प मेला में होगा कला, संस्कृति और शिल्प का संगम
दीपावली शिल्प मेला का आगाज कल से, शिल्प मेला में होगा कला, संस्कृति और शिल्प का संगम
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा 27 अक्टूबर से दीपावली शिल्प मेला का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें एक बार फिर सांस्कृतिक छटा बिखरेगी। एनसीजेडसीसी प्रागंण के शिल्प हाट में शुक्रवार से दीपावली शिल्प मेले का आयोजन होगा। यह मेला 8 नवंबर तक चलेगा, इसमें विभिन्न राज्यों के लोक कलाकार अपनी कला को मंच पर प्रदर्शन करेंगे तथा विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों का जमावड़ा भी होगा। मैदानी कलाकारों में राजस्थान का कच्ची घोड़ी नृत्य और हरियाणा का बीन वादन तथा बहरूपिया प्रमुख आकर्षण का केन्द्र होंगे। केन्द्र निदेशक प्रो. सुरेश शर्मा ने बताया कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र पिछले साल की भांति इस वर्ष भी 13 दिवसीय दीपावली शिल्प मेला का आयोजन कर रहा है, जिसमें प्रतिदिन सांय 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। यह मेला कला, संस्कृति और शिल्प का संगम है। इसके माध्यम से देश की सांस्कृतिक विरासत एवं विभिन्न प्रदेशों के शिल्प कलाओं से लोगों को परिचित कराया जाता है। इस मेले में देश के कोने – कोने से 93 शिल्पकार अपने स्टाल लगा रहे हैं ,साथ ही 19 प्रकार के लजीज व्यंजन मेले की भव्यता को बढाएगें।
घूमर, नौटंकी और सूफी गायन से गुलजार होगा मुक्ताकाशी मंच
दीपावली शिल्प मेले के मुक्ताकाशी मंच पर प्रतिदिन शाम 6 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की महफिल सजेगी, जिसमें राजस्थान का घूमर, उ.प्र. की नौटंकी तथा प्रयागराज के कलाकारों द्वारा सूफी गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। इसमें विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों के साथ ही प्रयागराज के स्थानीय कलाकारों को भी मौका दिया गया है। शिल्प, कला और संस्कृति से सजा हुआ यह शिल्प मेला प्रयागवासियों तथा आस-पास के क्षेत्रों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
एक और तीन नंबर गेट से प्रवेशदीपावली शिल्प मेले में आम लोगों के लिए गेट संख्या एक और तीन से प्रवेश होगा। मेले में प्रवेश के लिए एनसीजेडसीसी द्वारा 10/- रुपये का सहयोग शुल्क निर्धारित किया है।
कार्यक्रम का उद्धाटन श्रीमती केसरी देवी पटेल माननीय सांसद, फूलपुर करेंगी। पहले दिन सौदामिनी संस्कृत पाठशाला, प्रयागराज के बटुकों द्वारा स्वास्ति वाचन पाठ और भजन गायन होगा। मध्य प्रदेश से नदीम राईन और उनके दल द्वारा बधाई एवं नवरता लोकनृत्य की प्रस्तुति होगी।