बांदा जिले में डेंगू वायरल फीवर का प्रकोप जारी, आज डेंगू के नए 7 मामले मिले
बांदा जिले में डेंगू वायरल फीवर का प्रकोप जारी, आज डेंगू के नए 7 मामले मिले
बांदा जिले में डेंगू वायरल फीवर का प्रकोप जारी, आज डेंगू के नए 7 मामले मिले है और मरीज संख्या 143 हो चुकी है जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड बनाए गए है। जनपद में डेंगू से किसी की भी मौत नही हुई है, जिस भी घर मे डेंगू का मरीज मिलता है उसके आसपास के 50 घरों सर्वे करते है लार्वा के लिये सैम्पलिंग कराते है एन्टी लार्वा छिड़काव करते है और फॉगिंग करते है और लोगो को जागरूक भी करते है।
डेगू बुखार लक्षण के बारे में बाँदा सीएमओ अनिल कुमार श्रीवास्तव ने अडवाइजरी जारी की है एडवाइजरी में बताया है डेंगू के लक्षण में तेज बुखार जो (104-105 फारेनहाइट) जो कि 5-7 दिन तक रहता है, जोड़ों मे दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना, ऑख की पुतली में दर्द रहना, नॉक, मुॅह एवं पेशाब के साथ खून आना, प्लेट्सलेट का तेजी से कम होना आदि है
यदि ऐसे लक्षण मिले तो यह डेंगू हो सकता है
इन हालात में बुखार होने पर क्या करेंः-
1. सामान्य बुखार होने पर करीबी अस्पताल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सामुुदायिक स्वास्थ्य केन्द पर रक्त की जांच एवं उपचार अवश्य करायें।
2. घर के कूलर बाल्टी घडे़ तथा ड्रम का पानी साप्ताहिक अन्तराल पर बदलते रहें।
3. घर के आस पास एवं गड्ढों में पानी एकत्रित न होने दे। पानी एकत्रित होने वाले स्थानों को मिट्टी से भर दे,यदि सम्भव न हो तो कुछ बूंद जले हूए मोबिल आयल को अवश्य डाल दे।
4. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। शरीर पर मच्छर निरोधक क्रीम /नीम तथा सरसों के तेल का लेप खुले भागों पर लगायें। नीम की पत्ती का धुआं करें।
*क्या न करेंः-*
1. घर के आस पास छत पर तथा आंगन में पडे़ पुराने बर्तनों,टायर,कूलर फूलदान,गमले में पानी इकट्ठा न होने दें। घर के आस पास कूड़ा एकत्रित न होने दें एवं सफाई पर ध्यान दें।
2. घर में यदि बुखार का रोगी है तो उसे बिना मच्छरदानी के न रहने दें अथवा ऐसे कमरें में रोगी की देखभाल करें जिसके खिड़की तथा दरवाजे पर जालियां लगी हों।
3. बुखार का रोगी बिना चिकित्सक की सलाह के दवा का सेवन न करें तथा खाली पेट दवा न खाये।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि अभी तक डेंगू के 143 केस आ चूके है ओर बर्तमान में 7 लोग एडमिट है बाकी सभी डेंगू पेसेंट स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके है और अभी तक डेंगू से कोई भी मौत नही हुई है ।
बताया कि जिले में 17 से 18 टीमें गठित है जो छेत्र में जाकर डेंगू मरीज व उसके आसपास के छेत्रो में जाते है भरे पानी के पात्रों, कूलर , ठहरे पानी आदि की जांच करते है घर घर जाकर एन्टी लार्वा का छिड़काव व फॉगिंग करते है ,सैम्पल इकट्ठा करते है एवं लोगो को जागरूक करते है।
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रिपोर्ट दिलीप जैन बीरेंद्र गुप्ता