पुलिस बल का मनोबल, संवेदनशील व्यवहार एवं आपसी समन्वय सर्वोपरि—यह ड्यूटी नहीं, सेवा है : पुलिस आयुक्त प्रयागराज

प्रयागराज। माघ मेला–2026 की तैयारियों के क्रम में आज दिनांक 24.12.2025 को रिज़र्व पुलिस लाइन्स, माघ मेला स्थित तीर्थराज सभागार में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए ब्रीफिंग कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम को सर्वप्रथम अपर पुलिस आयुक्त प्रयागराज डॉ. अजय पाल शर्मा द्वारा संबोधित किया गया। उन्होंने माघ मेला को एक अत्यंत संवेदनशील आयोजन बताते हुए विभिन्न चरणों में आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षणों को गंभीरता से लेने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मेले में हर वर्ग के श्रद्धालुओं का आगमन होता है, ऐसे में समय रहते भीड़ का सही आकलन कर उचित निर्णय लेना आवश्यक है। उन्होंने बल को शारीरिक एवं मानसिक रूप से तैयार रहने की अपील की।
इसके उपरान्त मेलाधिकारी ऋषि राज ने बल को संबोधित करते हुए मेला क्षेत्र एवं सेक्टरों को स्वयं भ्रमण कर भली-भांति समझने पर जोर दिया। पॉन्टून पुलों की भूमिका तथा विशिष्ट/अतिविशिष्ट महानुभावों के आगमन के दौरान संयमित व्यवहार की आवश्यकता पर भी उन्होंने बल दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस ड्यूटी में स्वभाव एवं व्यवहार सबसे महत्वपूर्ण है तथा सड़क किनारे किसी को सोने नहीं दिया जाना चाहिए।
इसके पश्चात नगर आयुक्त साईं तेजा द्वारा मेला ड्यूटी को प्रशासनिक समन्वय का उदाहरण बताते हुए सभी विभागों के साथ तालमेल बनाकर कार्य करने की अपील की गई।
जिलाधिकारी प्रयागराज मनीष कुमार वर्मा ने माघ मेला को हर वर्ष एक नई चुनौती बताते हुए कहा कि गंगा नदी की धारा में परिवर्तन के कारण घाटों की स्थिति बदल सकती है, इसलिए पूर्व में ड्यूटी कर चुके कर्मी भी मेला क्षेत्र का पुनः भ्रमण करें। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के कार्मिक ड्यूटी में रहते हैं, परंतु वर्दी में होने के कारण जनता की अपेक्षाएँ पुलिस से अधिक होती हैं। इस विश्वास को बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने मुख्य स्नान पर्वों पर मोबाइल संचार बाधित होने की संभावना को देखते हुए एक से अधिक संपर्क साधन रखने तथा टीम भावना से कार्य करने की अपील की।
अंत में पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट प्रयागराज जोगिंदर कुमार ने पुलिस बल को संबोधित करते हुए कहा कि माघ मेला एक महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन है, जिस पर शासन एवं देशभर की निगाह रहती है। उन्होंने पुलिस बल का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि यह ड्यूटी नहीं, बल्कि सेवा का अवसर है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपेक्षा की कि वे पूर्ण निष्ठा, अनुशासन एवं संवेदनशीलता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें तथा श्रद्धालुओं एवं साधु-संतों के साथ शालीन एवं सहयोगात्मक व्यवहार सुनिश्चित करें।
पुलिस आयुक्त महोदय ने निर्देशित किया कि सभी पुलिसकर्मी मेला क्षेत्र की भौगोलिक संरचना, प्रमुख मार्गों, घाटों एवं संवेदनशील स्थलों की जानकारी स्वयं प्राप्त करें। साथ ही सभी राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारी अपने अधीनस्थों से भली-भांति परिचित रहें, उनकी समस्याओं का समाधान करें, पुलिस की विज़िबिलिटी बढ़ाएँ तथा सभी संबंधित विभागों एवं आपात सेवाओं के मोबाइल नंबर अपने पास रखें, जिससे प्रभावी आपसी समन्वय सुनिश्चित हो सके।
इस कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त प्रयागराज डॉ. अजय पाल शर्मा, जिलाधिकारी प्रयागराज मनीष कुमार वर्मा, मेलाधिकारी ऋषि राज, अपर जिलाधिकारी (नगर), नगर आयुक्त साईं तेजा, पुलिस अधीक्षक माघ मेला नीरज कुमार पाण्डेय, सहायक पुलिस आयुक्त राजकुमार मीणा, सहायक नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला विजय आनन्द सहित माघ मेला से जुड़े अन्य राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारी, पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं अन्य संबंधित विभागों के कार्मिक उपस्थित रहे।

