“ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत प्रयागराज जंक्पशन पर मिले नाबालिग बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज ने चाइल्डलाइन को किया सुपुर्द

रेलवे सुरक्षा बल द्वारा संचालित ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ रेलवे परिसरों और ट्रेनों में मिलने वाले असुरक्षित, संकटग्रस्त या भटके हुए बच्चों को सुरक्षित बचाने का एक निरंतर और संवेदनशील अभियान है। यह केवल एक ऑपरेशन नहीं, बल्कि उन अनगिनत बच्चों के लिए जीवनरेखा है, जो किसी कारणवश अपने घरों से दूर भटक जाते हैं। इस पहल के माध्यम से रेलवे सुरक्षा बल ने बाल सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है, जिससे बाल श्रम, बाल तस्करी तथा लापता बच्चों से संबंधित मामलों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ है।
दिनांक 10 दिसंबर 2025 को एक व्यक्ति, निगम पासवान ने एक 12 वर्षीय बच्चे को लेकर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज जंक्शन पहुंचे। बच्चे ने अपना नाम अमन चौहान, पिता — विजय चौहान, निवासी — खरगोन लामी चोर, थाना भूरे, जिला गोपालगंज बताया। रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज द्वारा पूछताछ में बच्चे ने बताया कि वह घर में नाराज होकर भाग आया था।
रेलवे सुरक्षा बल/प्रयागराज द्वारा बच्चे को सुरक्षित संरक्षण में लेकर आवश्यक प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद बच्चे को चाइल्डलाइन प्रयागराज के सुपरवाइज़र को नियमानुसार सुपुर्द किया गया।
रेल प्रशासन यात्रियों और आमजन से अपील करता है कि किसी भी नाबालिग बच्चे को असहाय, भटकता हुआ या असुरक्षित अवस्था में देखें तो तुरंत रेलवे हेल्पलाइन 139 पर सूचना दें। आपकी एक सूचना किसी बच्चे का भविष्य सुरक्षित कर सकती है।

