लगभग एक करोड़ की दुर्लभ मूर्ति के साथ पकड़े गए पांच तस्कर, 800 किलोमीटर दूर बेचने की थी तैयारी
लगभग एक करोड़ की दुर्लभ मूर्ति के साथ पकड़े गए पांच तस्कर, 800 किलोमीटर दूर बेचने की थी तैयारी
उत्तर प्रदेश के देवरिया में पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक करोड़ कीमत की अष्टधातु की मूर्ति बरामद के साथ पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। तस्कर इनोवा गाड़ी से आठ किलो की मूर्ति लेकर जा रहे थे। पुलिस ने पांचों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। मूर्ति तस्करी में जिले के अलावा आजमगढ़ और जौनपुर के भी तस्कर शामिल हैं।सलेमपुर कोतवाली पुलिस सोमवार को नदावर घाट पुल के पास संदिग्ध वाहनों की जांच कर रही थी। इस दौरान एक इनोवा वाहन में सवार लोगों की गतिविधियां संदिग्ध मिलीं। पुलिस ने वाहन रोककर तलाशी ली तो अष्टधातु की एक मूर्ति मिली। मूर्ति का वजन आठ किलो तथा बाजार में इसकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है। पुलिस के अनुसार इनोवा सवार पांचों लोग श्रीरामपुर थाना क्षेत्र से मूर्ति लेकर गाजियाबाद बेचने जा रहे थे। मूर्ति को कहां से चोरी की और अब तक कितनी वारदातों को अंजाम दिया है, पुलिस इसके बारे में अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है। मूर्ति के साथ पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान रमाकान्त कुशवाहा पुत्र स्व. छठ्ठू कुशवाहा निवासी-टोला अहिबरन राय, थाना श्रीरामपुर, देवरिया, आकाश यादव पुत्र बृजभान यादव निवासी मुजफ्फरपुर, थाना कन्धरापुर, जनपद आजमगढ़, सतीशचन्द्र ध्यानी पुत्र स्व. फिरंती राम, निवासी राजेपुर थाना सराय ख्वाजा, जिला आजमगढ़, राधेश्याम गौतम पुत्र स्व. कन्हैया लाल, निवासी देवपुर, थाना देवगांव, जनपद आजमगढ़ और प्रशान्त पाटिल पुत्र विक्रम पाटिल निवासी धरमपुर, थाना रामपुर, जिला जौनपुर के रूप में हुई। पुलिस मूर्ति और चार पहिया वाहन अपने कब्जे में ले लिया।