October 21, 2025

महिलाओं के स्वास्थ्य को सशक्त बनाना: “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के अंतर्गत केन्द्रीय चिकित्सालय, उ.म.रे. प्रयागराज में टीबी जागरूकता एवं जांच शिविर का सफल आयोजन

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महिलाओं के स्वास्थ्य को सशक्त बनाना: “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के अंतर्गत केन्द्रीय चिकित्सालय, उ.म.रे. प्रयागराज में टीबी जागरूकता एवं जांच शिविर का सफल आयोजन

 

प्रयागराज, 25 सितम्बर 2025 — महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त पहल करते हुए केन्द्रीय चिकित्सालय, उ.म.रे. प्रयागराज ने “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” के अंतर्गत टीबी जागरूकता एवं जांच कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। यह पहल नारी स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और समुदाय में जागरूकता बढ़ाने की संस्था की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
यह कार्यक्रम चिकित्सा निदेशक डॉ. एस.के. हांडू के दूरदर्शी मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य केवल रोगों की अनुपस्थिति नहीं है, यह सशक्तिकरण की नींव है। जब महिला स्वस्थ होती है, तो परिवार और अंततः राष्ट्र मजबूत होता है।”
कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. उषा एस.पी. यादव, नोडल अधिकारी, एसीएचडी द्वारा किया गया। उन्होंने टीबी से जुड़ी भ्रांतियों, इसके कारणों, संक्रमण के तरीकों, रोकथाम एवं उपचार पर एक जानकारीपूर्ण और प्रभावशाली प्रस्तुति दी, जिसे प्रतिभागियों ने बड़े ध्यान और रुचि से सुना।
डॉ. कल्पना मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें रेलवे की महिला लाभार्थी एवं अस्पताल की महिला स्टाफ शामिल थीं। यह सत्र न केवल ज्ञान साझा करने का एक सशक्त मंच बना, बल्कि जागरूकता और संवाद को बढ़ावा देने का भी प्रभावशाली माध्यम रहा।
डॉ. डी.सी. शर्मा, विजिटिंग कंसल्टेंट ने अपने संबोधन में कहा, “ज्ञान ही रक्षा की पहली पंक्ति है। टीबी की रोकथाम में प्रारंभिक जांच, सतत शिक्षा और कलंक से मुक्ति अत्यंत आवश्यक है। हमें मिथकों को दूर कर वैज्ञानिक तथ्यों को अपनाना चाहिए।” उनके प्रेरणादायक विचारों के पश्चात, कई प्रतिभागियों ने स्वेच्छा से टीबी जांच करवाई, जो समुदाय में बढ़ती जागरूकता और ज़िम्मेदार स्वास्थ्य व्यवहार का प्रतीक है।
यह कार्यक्रम इंटरएक्टिव प्रारूप में आयोजित किया गया, जिसमें विशेषज्ञों के वक्तव्य और प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी ने इसे केवल एक जागरूकता सत्र नहीं, बल्कि एक प्रेरणादायक और परिवर्तनकारी अनुभव बना दिया।
“रोकथाम, इलाज से बेहतर है” के मूलमंत्र को आत्मसात करते हुए, यह आयोजन स्वास्थ्य क्षेत्र में सेंट्रल अस्पताल की सतत प्रतिबद्धता और राष्ट्रीय स्वास्थ्य लक्ष्यों के प्रति समर्पण का प्रमाण है।
जैसा कि कहा गया है, “यदि आप एक महिला को शिक्षित करते हैं, तो आप एक पीढ़ी को शिक्षित करते हैं।” इसी सोच के साथ, केन्द्रीय चिकित्सालय, उ.म.रे. प्रयागराज एक स्वस्थ, जागरूक और सशक्त भारत की दिशा में एक मजबूत स्तंभ के रूप में कार्य करता रहेगा — एक महिला, एक परिवार, एक राष्ट्र के सिद्धांत पर अग्रसर।

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