“स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के तहत कानपुर में सेमिनार का आयोजन विषय – “गैर संक्रामक रोग एवं जीवनशैली में बदलाव”
भारतीय रेलवे द्वारा चलाए जा रहे “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार” अभियान के अंतर्गत उप-मंडलीय रेलवे अस्पताल, कानपुर में “गैर संक्रामक रोग एवं जीवनशैली में बदलाव” विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस सेमिनार का उद्देश्य रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिजनों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर गैर संक्रामक रोगों से बचाव के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. उमेश चंद्रा, माइक्रोबायोलॉजिस्ट एवं अभियान के नोडल अधिकारी, कानपुर ने संबोधित किया। उन्होंने लगभग 35 उपस्थित प्रतिभागियों (मरीजों एवं अस्पताल कर्मचारियों) को गैर संक्रामक रोगों (एनसीडी) से बचाव के लिए जीवनशैली सुधार की आवश्यकता पर विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. उमेश चंद्रा ने कहा कि – “भागदौड़ और तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण डायबिटीज, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और मोटापा जैसे रोग तेजी से बढ़ रहे हैं। इनका असर अब युवाओं पर भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है, जो भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में हमें संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव नियंत्रण जैसी आदतें अपनानी होंगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि नियमित स्वास्थ्य जांच और समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लेना इन रोगों की रोकथाम में सहायक है।
सेमिनार में डॉ. रेखा (गाइनाकोलॉजिस्ट), डॉ. आनंद सिंह (फिजीशियन), डॉ. वैषाली, डॉ. अंकिता राजपूत सहित वरिष्ठ स्वास्थ्यकर्मी अमर सिंह गौतम (मुख्य प्रयोगशाला अधीक्षक), जितेंद्र कुमार, विमल कांट, सत्याम कटियार एवं विष्णु प्रकाश भी उपस्थित रहे।
डॉ. उमेश चंद्रा ने उपस्थित कर्मचारियों एवं मरीजों को प्रेरित करते हुए कहा कि –
“स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी पूंजी है। रेलवे परिवार के सभी सदस्य इन सेमिनारों से लाभ लेकर एक स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन जी सकते हैं। भविष्य में और भी सेमिनार आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों को इस अभियान से जोड़ा जा सके।”
यह आयोजन रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिवारों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुआ।