September 18, 2025

‘ऑपरेशन नन्हें फ़रिश्ते’ के तहत 5 नाबालिग लड़कों को चाइल्ड लाइन को किया सुपुर्द

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‘ऑपरेशन नन्हें फ़रिश्ते’ के तहत 5 नाबालिग लड़कों को चाइल्ड लाइन को किया सुपुर्द

रेलवे सुरक्षा बल ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ के माध्यम से रेलवे परिसरों एवं ट्रेनों में पाए जाने वाले असुरक्षित या संकटग्रस्त बच्चों को बचाती है । ‘ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते’ एक ऑपरेशन से कहीं अधिक उन हजारों बच्चों के लिए एक जीवन रेखा है जो खुद को संकट में पाते है और जिनको सहायता की अवश्यकता है । ‘आपरेशन नन्हे फरिश्ते’ एक महत्वपूर्ण अभियान है जो भारतीय रेलवे क्षेत्रों में देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले बच्चों को बचाने के लिये पूर्णरूप से समर्पित है । इस अभियान से बाल श्रम एवं तस्करी पर अंकुश लागया गया है । रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बच्चों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एक ट्रैक चाइल्ड पोर्टल बनाया है एवं बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशनों पर चाइल्ड हेल्प डेस्क स्थापित की हैं । बच्चों को बचाने के बाद जिला बाल कल्याण समिति को सौंपा जाता है, जो उन्हें उनके माता-पिता को सौंपती है ।

दिनांक 17.09.2025 को रेलवे हेल्पलाइन से गाड़ी संख्या 12792 दानापुर–सिकंदराबाद सुपरफास्ट एक्सप्रेस के संबंध में मिली शिकायत पर *रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज* के सहायक उप निरीक्षक वीरपाल सिंह तुरंत प्रयागराज स्टेशन प्लेटफार्म संख्या 08 पर पहुँचे। शाम 19:48 बजे जब गाड़ी का आगमन हुआ, तो कोच संख्या S-1 में सर्च करने पर एक नाबालिग बालक बैठा हुआ मिला। पूछने पर उसने बताया कि वह घर से नाराज होकर घर से भाग आया है।
बच्चे ने अपना नाम ऋषि कुमार, पुत्र अशोक कुमार, आयु 16 वर्ष, निवासी वार्ड संख्या 1, अंबेडकर नगर, सैयद राजा, बरहनी, जिला चंदौली (उत्तर प्रदेश) बताया। बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज लाया गया और बच्चे को अपने परिजनों से सुरक्षित मिलाने के लिए तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन प्रयागराज के सुपरवाइजर को विधिवत सुपुर्द किया गया।

दिनांक 17 सितम्बर, 2025 को *रेलवे सुरक्षा बल प्रयागराज* के उपनिरीक्षक संजय कुमार तिवारी , टीम के साथ प्रयागराज स्टेशन पर गश्त के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या 1 के हावड़ा छोर पर तीन नाबालिग बच्चे संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिए। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि वे घर से भाग कर आए हैं।
बच्चों ने अपना नाम राजन कुमार पुत्र अशोक शर्मा, उम्र 16 वर्ष, सुचित कुमार शर्मा पुत्र अजय कुमार शर्मा, उम्र 12 वर्ष, अमन कुमार पुत्र ठाकुर, उम्र 12 वर्ष निवासी ग्राम त्रिलोकपुर, थाना सैनी, जिला कौशाम्बी बताया। तत्पश्चात् तीनों बच्चों को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट प्रयागराज लाया गया।
इसके बाद उपनिरीक्षक संजय कुमार तिवारी द्वारा तीनों नाबालिग बालकों को अपने परिजनों से सुरक्षित मिलाने के लिए तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन प्रयागराज के सुपरवाइजर को विधिवत सुपुर्द किया गया।

दिनांक 17 सितम्बर, 2025 को *रेलवे सुरक्षा बल कानपुर* के उपनिरीक्षक मो. असलम खान एवं सहायक उपनिरीक्षक राजेश सिंह स्टेशन परिसर में गश्त के दौरान प्लेटफॉर्म संख्या 1 के मेन हाल में एक घबराया हुआ लड़का उनके पास आया। रेलवे सुरक्षा बल के जवानों ने बच्चे को शांत कर आश्वस्त किया तथा रेलवे सुरक्षा बल कानपुर पोस्ट पर ले जाकर खुले माहौल में बात की।
लड़के ने अपना नाम विवेक पुत्र संतोष जोशी, उम्र 17 वर्ष, निवासी बीड़ (महाराष्ट्र) बताया। उसने बताया कि वह 15 सितम्बर को अपने गांव गेवराई से माता जी को पाँच हजार रुपये देने तथा हाईस्कूल की मार्कशीट लेना आया था। यात्रा के दौरान कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उसका अपहरण कर लिया और काले रंग की स्कॉर्पियो वाहन में बैठाकर ले गए। दिनांक 17 सितम्बर को उसे कानपुर सेंट्रल के पास सड़क पर उतारकर अपहरणकर्ता फरार हो गए। अज्ञात स्थान पर भटकते हुए वह रेलवे स्टेशन पहुंचा और पुलिस कर्मियों को देखकर स्वयं को सुरक्षित समझते हुए उनके पास आया।
बच्चे द्वारा अपने पिता संतोष जोशी का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया गया, जिनसे संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि उनका पुत्र 15 सितम्बर से लापता है और इस संबंध में थाना शिवाजी नगर, बीड़ (महाराष्ट्र) में अपहरण का मुकदमा दर्ज है। थाना शिवाजी नगर पुलिस ने भी बच्चे की बरामदगी की पुष्टि करते हुए कहा कि परिजन बीड़ से कानपुर सेंट्रल आ रहे हैं।
वर्तमान में बच्चे को रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट कानपुर सेंट्रल पर सुरक्षित रखा गया है। परिजनों के आने पर विधिवत सुपुर्दगी की जाएगी।

रेलवे प्रशासन यात्रियों एवं आमजन से अपील करता है कि किसी भी आपात स्थिति अथवा बाल संरक्षण से संबंधित सूचना मिलने पर तुरंत हेल्पलाइन 139 पर संपर्क करें।

 

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